COVID-19: कन्हैया कुमार ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- बीमारी भेदभाव नहीं कर रही तो बचाव में भी भेदभाव नहीं होना चाहिए
By अनुराग आनंद | Published: March 27, 2020 03:47 PM2020-03-27T15:47:01+5:302020-03-27T15:47:01+5:30
सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने शहरों से पैदल ही गांव जा रहे लोगों के बहाने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर नाम लिए बिना ही ट्वीट कर घेरने का प्रयास किया है।
नई दिल्ली:कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या देश में लगातार बढ़ रही है। इस महामारी को रोकने के लिए सरकार ने देश भर में लॉकडाउन की घोषणी की है। आज लॉकडाउन की तीसरा दिन है। देश भर के लोग जो अपने घर से दूर दूसरे प्रदेशों में आजीविका के लिए गए थे।
देश भर के बड़े शहरों से बड़ी संख्या में ऐसे लोगों ने पैदल ही अपने घरों की तरफ कूच कर दिया है। ऐसे में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने इन लोगों के बहाने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर नाम लिए बिना ही हमला कर दिया है। कन्हैया ने कहा कि मज़दूर ग़रीब हैं, मुजरिम नहीं। महामारी की चपेट में अमीर-ग़रीब दोनों आ रहे हैं, जब बीमारी भेदभाव नहीं कर रही तो इसके बचाव में भी भेदभाव नहीं होना चाहिए।सबकी जान की कीमत बराबर है, चाहे अमीर हो या ग़रीब।
इससे पहले भी कन्हैया कुमार ने इस मामले में ट्वीट कर कहा था कि सरकार से अपील है कि अपने घर से दूर देश-विदेश में फंसे मज़दूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करे और यह सुनिश्चित करे कि वहाँ उनके साथ कोई बुरा बर्ताव न हो। साथ ही स्वास्थ्य-सुविधा और बुनियादी ज़रूरत की चीज़ें स्थानीय प्रशासन व जनसहयोग से मिलती रहें।
बता दें कि देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना के एक्टिव पॉजिटिव मामलों की संख्या 724 हो गई है। कुल संक्रमित लोगों में 677 भारतीय नागरिक और 47 विदेशी नागरिक शामिल हैं। भारत में कोरोना से संक्रमित 67 लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक भारत में कोरोना से 17 लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने मंगलवार रात से पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया है। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में 24,084 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 532,150 हो चुकी है। मंगलवार रात 12 बजे से सभी घरेलू उड़ानों पर रोक लगाई जा चुकी है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति वाजिब कारण के बिना सड़कों पर टहलता पाया गया तो उसे जेल भेजा जा सकता है।