संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के समर्थन में रैली कर रहे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी कुछ ऐसा बोल गए कि सोशल मीडिया पर अपने बयान को लेकर ट्रोल हो रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजय रूपाणी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के बाहर मंगलवार को आयोजित एक रैली में कहा था, ''मुस्लिमों के पास बसने के लिए 150 देश है, हिंदुओं के पास केवल भारत है। अगर वे वापस आना चाहते हैं तो क्या दिक्कत है?''
सीएम रूपाणी की इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स उन्हीं की मूल श्रोत के पीछे पड़ गए हैं।
द एज ऑफ बनारस नाम के यूजर ने लिखा, ''विजय रूपाणी अपने जन्म स्थान म्यांमार वापस क्यों नहीं चले जाते?''
जोया रसूल नाम की यूजर ने लिखा, ''आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि रूपानी 1960 में बर्मा से भारत आए थे। वह अब गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। भारत ने हमेशा सताए हुए अल्पसंख्यकों का स्वागत किया है। यह वैसा नहीं है जो मोदी-शाह कर रहे हैं। उनके अपने मुख्यमंत्री एक उदाहरण हैं। डेढ़ देशों को लेकर उनका बयान इतना बचकाना है कि उसकी निंदा भी नहीं की जा सकती है।''
सौमदरम नाम के यूजर ने लिखा, ''विजय रूपाणी और गडकरी एक ही बात कहते हैं कि बहुत से मुस्लिम देश हैं लेकिन हिंदू देश नहीं है। हिंदू कहां जाएंगे? कैसी गलत सोच है? क्या दूसरे देशों में हिंदू नहीं रह रहे हैं? तो हिंदुओं के लिए हिंदू देश और ईसाइयों के लिए ईसाई देश.. यह आरएसएस की सोच में मूल दोष है।''
साजिद पटेल नाम के यूजर ने लिखा, ''उनसे जब सवाल किया जाता है तो उनकी यही सोच है कि मुस्लिम डेढ़ सौ देश जा सकते हैं और हिंदुओं के पास केवल भारत है।''
मिस्टर शाज नाम के यूजर ने लिखा, ''पहली बात तो विजय रूपाणी खुद शरणार्थी हैं। मुझे बताओ के वह कैसे नागरिकता को लेकर बात कर सकते हैं?''
एक यूजर ने लिखा, ''भगवान कृपया जल्दी प्रतिक्रिया दो..।''
आर्या नाम के यूजर ने लिखा, ''उन्हें उनके देश वापस भेज देना चाहिए। विजय रूपाणी वापस जाओ।''
और इन्हीं विजय रूपाणी का जन्म म्यांमार में हुआ था।