Muzaffarpur: नीतीश कुमार का टूटा पैर, कार्डबोर्ड से हुआ प्लास्टर, वीडियो वायरल
By धीरज मिश्रा | Published: June 15, 2024 01:17 PM2024-06-15T13:17:44+5:302024-06-15T13:21:03+5:30
Muzaffarpur: बिहार के एक अस्पताल का चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Muzaffarpur: बिहार के एक अस्पताल का चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति अस्पताल के बिस्तर पर लेटा हुआ है और उसके टूटे पैर को कार्डबोर्ड और घिसी हुई पट्टियों से सहारा दिया जा रहा है। घायल व्यक्ति की पहचान नीतीश कुमार के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर अपनी बाइक से गिरने के बाद घायल हो गया था।
बिहार के मुजफ्फरपुर में सड़क दुर्घटना में घायल मरीज के टूटे पैर में प्लास्टर कर प्लेट लगाने की जगह #कार्टन बांध दिया गया है। यह मामला #SKMCH#मुजफ्फरपुर का है क्या यही स्वास्थ्य विभाग कि व्यवस्था है ?#BiharHealthDept@dr_rajbhushan@mangalpandeybjp@DM_Muzaffarpur@PMOIndiapic.twitter.com/31dPbdPYFz
— Sanjeev Thakur (@MaithilSanjeev_) June 12, 2024
फिर उसे मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसके टूटे हुए पैर को पट्टियों और कार्डबोर्ड के कार्टन से प्लास्टर किया गया। फिर उसे आगे के इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। यहां कोई भी डॉक्टर नीतीश कुमार से मिलने नहीं आया।
खबरों के अनुसार, नीतीश के पैर पर ठीक से प्लास्टर करने के बजाय, नीतीश कुमार को पांच दिनों तक अकेला छोड़ दिया गया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो एक्स यूजर संजीव ठाकुर ने शेयर किया था। उन्होंने वीडियो को कैप्शन दिया, “बिहार के मुजफ्फरपुर में सड़क दुर्घटना में घायल एक मरीज के टूटे पैर पर प्लास्टर और प्लेट लगाने के बजाय, उसे कार्टन से बाँध दिया गया है। यह मुजफ्फरपुर के इस अस्पताल का मामला है।
क्या यही है स्वास्थ्य विभाग की तैयारी और बुनियादी ढांचा? संजीव ठाकुर ने पोस्ट में मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद राज भूषण चौधरी और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को टैग किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय और मुजफ्फरपुर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के आधिकारिक एक्स अकाउंट को भी टैग किया है।
अस्पताल का बयान भी आया
वीडियो के सामने आने के बाद अस्पताल की अधीक्षक डॉ. विभा कुमारी ने कहा कि मरीज का तुरंत इलाज किया जाएगा और डॉक्टरों को जल्द से जल्द उसे देखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि मरीज की जांच करने के लिए कोई डॉक्टर क्यों नहीं था।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, भले ही डॉ. विभा कुमारी ने उचित इलाज का आश्वासन दिया हो, लेकिन उन्होंने अस्पताल की किसी भी लापरवाही से इनकार किया। उन्होंने फ्रैक्चर वाले पैर पर कार्डबोर्ड से प्लास्टर करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दोषी ठहराया।