ऐसा देश है मेरा! हनुमान जयंती शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बरसाए फूल, भोपाल से आया दिल जीतने वाला वीडियो, देखें
By विनीत कुमार | Published: April 17, 2022 09:58 AM2022-04-17T09:58:57+5:302022-04-17T10:45:50+5:30
मध्य प्रदेश के भोपाल में शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाए।
भोपाल: हाल के दिनों में कई ऐसे मौकों पर ऐसी खबरें आई जिसने देश में सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। रामनवमी पर देश से कुछ राज्यों में हिंसा और तनाव की खबरें आईं। वहीं, शनिवार को हनुमान जयंती के दिन दिल्ली में हिंसा भड़क गई। इन सबके बीच बेहद दिलचस्प और दिल को सुकून देने वाली तस्वीरें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आई हैं।
भोपाल में हनुमान जयंती शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोग फूल बरसाते नजर आए। गौरतलब है कि इन दिनों रमजान का पाक महीना भी चल रहा है। वहीं हिंदू समुदाय के भी कई त्योहार हाल के दिनों में हैं। इसके बावजूद देश के कुछ राज्यों से दोनों समुदाय के बीच तनाव जैसी खबरें आई थी। देखें मुस्लिम समुदाय के लोग बरसा रहे फूल...
#WATCHMadhya Pradesh | People from the Muslim community shower flower petals on devotees during the Hanuman Jayanti procession in Bhopal yesterday pic.twitter.com/3d3riqgo22
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 17, 2022
ये वीडियो मध्य प्रदेश से आया है, जहां के खरगोन में रामनवमी पर सांप्रदायिक तनाव के बाद कर्फ्यू लगाना पड़ा था। रामनवमी पर दिल्ली के जेएनयू सहित गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हिंसा की खबरें आई थी। वहीं, हनुमान जयंती पर दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। शाम करीब छह बजे हुई हिंसा के दौरान पथराव हुआ और कुछ वाहनों में आग लगा दी गई। जब जुलूस कुशल सिनेमा पहुंचा, तो दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। पथराव भी हुआ।
हिंसा के बाद दिल्ली शेष सभी 14 पुलिस जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए तकनीकी स्तर पर निगरानी भी की जा रही है। साथ ही दिल्ली से सटे इलाकों जैसे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उल्लेखनीय है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी 2020 को सांप्रदायिक झड़पों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 700 लोग घायल हुए थे।