हंस की मौत के बाद पटरी पर शोक मना रहे दूसरे हंस के कारण जर्मनी में 23 ट्रेनें हुई लेट, जानें पूरा मामला
By अनुराग आनंद | Published: January 1, 2021 10:40 AM2021-01-01T10:40:26+5:302021-01-01T10:56:31+5:30
अधिकारियों ने शोक मना रहे हंस को लुभाने की कोशिश की थी। लेकिन, उसने अपने साथी मृत हंस के पास से हटने से मना कर दिया था।
नई दिल्ली: जर्मनी में एक तेज रफ्तार रेलवे लाइन पर एक हंस की मौत के बाद वहां शोक मना रहे दूसरे हंस के कारण 23 ट्रेनें लेट हो गई है।
दरअसल, हंस एक ओवरहेड पावर केबल की संपर्क में आने की वजह से मर गया था। वियोन की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी के स्थानीय अधिकारियों ने मृत हंस को उठाने व उसके शोक मना रहे साथी को नदी में छोड़ने से पहले 50 मिनट तक इंतजार किया।
लुभाने के बावजूद दु:ख मना रहे हंस ने साथी हंस के पास से हटने से मना कर दिया-
अधिकारियों ने शोक मना रहे हंस को लुभाने की कोशिश की थी। लेकिन, उसने अपने साथी मृत हंस के पास से हटने से मना कर दिया था। रिपोर्ट की मानें तो अपने साथी हंस के मृत शरीर के पास दूसरा हंस लगभग एक घंटे तक बैठा रहा जब तक कि अग्निशमन कर्मियों ने इसे नहीं उठाया।
हमें अक्सर कहा जाता है कि हंस सच्चे प्रेम के प्रतीक हैं और इस घटना ने यह साबित किया कि किस तरह से अपने साथी के बिछड़ने पर दूसरा हंस काफी देर तक वहां बैठा रहा व उसके आंख से आंसू बहाता रहा।
घटना ने यह प्रदर्शित किया कि जानवरों और पक्षियों में भी भावनाएं होती हैं-
इस घटना ने यह प्रदर्शित किया कि जानवरों और पक्षियों में भी मानव की तरह भावनाएं होती हैं और वे संवेदनशील होते हैं। वे भी खुशी व दर्द को मानव या दूसरे जीव की तरह दृढ़ता से महसूस करते हैं।
कुछ समय पहले, एक जर्मन फोटोग्राफर ने ऑस्ट्रेलिया में दो विधवा पेंगुइनों के साथ बैठे हुए तस्वीर को अपने कैमरे में कैद किया था। इस तस्वीर में देखा गया कि दोनों विधवा पेंगुइन एक-दूसरे के साथ प्यार से रह रही है और साथ ही मन बहलाने के लिए दोनों आपस में साथ खेलते भी हैं।