राजस्थान: 30 साल के इस लड़की ने भगवान विष्णु संग लिए सात फेरे, इस कारण की अनोखी शादी, फोटो हुआ वायरल
By आजाद खान | Published: December 17, 2022 12:12 PM2022-12-17T12:12:53+5:302022-12-17T12:33:05+5:30
लड़की ने बताया कि वह भगवान विष्णु की भक्त है और वह उन्हें बहुत मानती है। ऐसे में उनसे शादी करने के बाद वह उन्हें अपने पति के रूप में स्वीकार भी कर लिया है।
जयपुर: राजस्थान के जयपुर में एक अजीबो-गरीब शादी हुई है। यहां की रहने वाली पूजा सिंह ने ठाकुरजी यानी भगवान विष्णु से शादी की है। पूजा के अनुसार, वह लोगों के तानों से परेशान होकर भगवान से शादी की है।
अपनी शादी पर बोलते हुए पूजा ने कहा है कि वह पहले शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन समाज के तानों से परेशान होकर उसने शादी की है। भगवान विष्णु से शादी करने के बाद पूजा का कहना है कि अब उसे समाज के तानों का परवाह नहीं है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, जयपुर की रहने वाली 30 साल की पूजा ने पहले शादी नहीं करने का फैसला किया था। लेकिन जब वह शादी नहीं कर रही थी तो समाज के लोग उसे ताने देना शुरू कर दिए थे। ऐसे में वह लोगों की बातें और तानों से परेशान होकर शादी कर ली है।
जयपुर की रहने वाली पूजा सिंह ने 8 दिसंबर को भगवान विष्णु की मूर्ति से हिन्दू रीति-रिवाज से 311 लोगों के सामने रचाई शादी। #Jaipur#PujaSingh#lordvishnu#marriedpic.twitter.com/u54HtFN3oW
— Surabhi Tiwari🇮🇳 (@surabhi_tiwari_) December 15, 2022
आपको बता दें कि पूजा भगवान विष्णु की भक्त है और वह उन्हें बहुत मानती है, ऐसे में उसने किसी पुरुष से नहीं बल्कि उसने भगवान विष्णु से शादी किया है। पूजा ने जयपुर के गोविंदगढ़ के पास एक गांव में 8 दिसंबर को पूरे विधी के साथ शादी की है। ऐसे में पूजा के इस फैसले को कुछ लोगों ने समर्थन दिया तो कुछ लोगों ने इस शादी में हिस्सा भी लिया है।
इस कारण पूजा नहीं करना चाहती थी शादी
शादी के बारे में जब पूजा से पूछा गया तो उसने बताया कि वह पहले से ही शादी नहीं करने का फैसला लिया था। पूजा ने बताया कि उसके माता-पिता लगातार आपस में झगड़ा करते थे। ऐसे में उनके झगड़े को देखते हुए वह सोची थी कि वह कभी शादी नहीं करेगी। यही कारण है कि वह शादी नहीं करना चाहती थी। लेकिन जब समाज के लोग उसे ताने देने लगे तो उसने शादी करने का फैसला किया और भगवान विष्णु से शादी कर ली है। पूजा ने भगवान विष्णु को अपने पति के रूप में स्वीकार भी कर लिया है।