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जानिए कैसे एक भारतीय महिला ने अपने नाम किया स्काइडाइविंग का एक अनोखा रिकॉर्ड

By धीरज पाल | Published: February 14, 2018 08:12 PM2018-02-14T20:12:30+5:302018-02-14T20:26:31+5:30

पुणे की 35 साल की शीतल राणे महाजन ने साड़ी पहनकर पैराशूट की मदद से डाइव लगाई और सभी को हैरान कर दिया�..

पुणे की 35 साल की शीतल राणे महाजन ने साड़ी पहनकर पैराशूट की मदद से डाइव लगाई और सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने थाइलैंड के पटाया में 9000 फुट की ऊंचाई से स्काइडाइविंग की। उन्होंने एक बार नहीं बल्कि दो बार छलांग लगाई और इसी के साथ वो महाराष्ट्र की मशहूर 'नऊसारी साड़ी' पहनकर स्काइडाइव करने वाली दुनिया की पहली महिला बन गई हैं नऊसारी साड़ी महाराष्ट्र में आम महिलाएं पहनती हैं। इस साड़ी की खासियत ये है कि इसकी लंबाई 8 मीटर से ज्यादा होती है, जब्कि आम साड़ियों की लंबाई करीब 6 मीटर होती है। इसे खास तरह से लपेटा जाता है जो अपने आप में काफी जटिल है। यही कारण है कि इस साड़ी के ऊपर पैराशूट पहनकर आसमान से कूदना शीतल के लिए काफी मुश्किल था। उन्होंने कहा कि वैसे तो ये साड़ी पहनना ही काफी जटिल है, फिर उसके बाद पैराशूट, सेफ्टी गियर, हेल्मेट, गॉगल, जूते, जैसी सभी चीजें पहनकर कूदना चुनौती भरा होता है। उन्होंने कहा कि मैं ऐसा करके ये बताना चाहती थी कि भारतीय महिलाएं साड़ी में सिर्फ खूबसूरत ही नहीं दिख सकतीं, बल्कि इसे पहनकर बेहद मुश्किल काम भी कर सकती हैं।शीतल राणे के लिए स्काइडाइविंग करना एक जुनून है। वो दो बच्चों की मां हैं और उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। शीतल के नाम 18 नेशनल रिकॉर्ड हैं, छह अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं और वो दुनियाभर में 700 से ज्यादा बार आसमान से छलांग लगा चुकी हैं। उन्होंने 2004 में नॉर्थ पोल में हेलीकॉप्टर से बिना प्रैक्टिस किए छलांग लगाई थी, जिसके बाद वो मशहूर हो गईं।

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