अपने घर से इसलिए सैकड़ो बच्चे भाग कर पहुंचे सपनो की नगरी मुंबई में
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 12, 2018 07:54 PM2018-02-12T19:54:18+5:302018-02-12T19:56:48+5:30
पिछले साल घर से भाग कर 700 से अधिक बच्चे मुम्बई पहुंचे. इन बच्चों का सपना बॉलीवु�..
पिछले साल घर से भाग कर 700 से अधिक बच्चे मुम्बई पहुंचे. इन बच्चों का सपना बॉलीवुड में जगह बनाना या अपने पसंदीदा फिल्म स्टार से मिलना था. इसके अलावा इसमें वो बच्चों भी शामिल थे जिन्हें मां-बाप ने डांटा था या जो महानगर की चकाचौंध को देखने के ख्वाहिशमंद थे.रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा मुहैया किए गए आंकड़ों के हिसाब से वर्ष 2017 में मुम्बई और उसके उपनगरीय क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों से 706 बच्चे पकड़े गये, जिनमें ज्यादातर अन्य राज्यों से थे.एक अधिकारी ने कहा, ‘पश्चिम उपगरीय क्षेत्र से कुल 528 बच्चों जिनमे 360 लड़के और 168 लड़कियों को बचाया गया. मध्य उपनगरीय क्षेत्र में 178 बच्चे यानी 115 लड़के और 63 लड़कियां पायी गयी . उनमें ज्यादातर बच्चे 13-18 साल उम्र वर्ग के थे तथा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों से थे.’मुम्बई और उपनगरीय क्षेत्रों के स्टेशनों में मुम्बई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर सर्वाधिक 129 बच्चे मिले.‘मुम्बई सेंट्रल स्टेशन पर राजस्थान, गुजरात, नयी दिल्ली और उत्तर प्रदेश से लंबी दूरी की करीब 21-22 गाड़ियां आती हैं. पिछले साल हमने यहां 129 बच्चों को बचाया और उनमें से ज्यादातर इन राज्यों से थे.’एक अन्य आरपीएफ अधिकारी ने कहा, ‘शहर की ग्लैमरस जीवन शैली से आकर्षित होकर ये बच्चे अभिनेता या गायक बनने के लिए यहां ऑडिशन देने का मौका तलाशने आते हैं. उनमें से कुछ तो बस अपने पसंदीदा फिल्मस्टार से मिलने या क्रिकेट खिलाड़ी बनने के लिए आते हैं.