लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सरकार राज्य की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाए हुए है, इसके बाद भी यूपी में बीते आठ माह के दौरान 1921 लोगों की हत्या हुई। बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के भी 1869 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई समीक्षा के दौरान अपराधिक मामलों के आंकड़े समाने आए हैं। जिनका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए पुलिस अफसरों को जिला स्तर से लेकर जोन स्तर पर समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिये हैं। सीएम योगी ने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर रोक लगाने के लिए दोबारा एंटी रोमियो अभियान चलाया जाए ताकि शोहदों पर नकेल कसी जा सके।
सीएम योगी ने दिए निर्देश
राज्य की कानून व्यवस्था और अपराध की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने फील्ड में तैनात अधिकारियों एक्टिव रहने का निर्देश दिया है, ताकि समय रहते आपराधिक घटनाओं को रोका जा सके। मुख्यमंत्री का मानना है कि जिलों में तैनात पुलिस अधिकारी शिकायती पत्रों के शत-प्रतिशत निस्तारण, चार्जशीट और पेंडिंग मामलों का तेजी से निस्तारण करने पर ध्यान दें तो प्रदेश में आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में सफल होंगे। जिले के पुलिस अधिकारी एक्टिव रहते हुए यह कार्य करें, इसके लिए मुख्यमंत्री ने जिले के एसएसपी/एसपी को हर थाने की साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में जिला स्तर पर साइबर क्राइम थाना और थाना स्तर पर साइबर सेल का गठन करने के भी निर्देश दिये।
हत्या और रेप के मामलों में पुलिस का तर्क यूपी में बीते आठ माह के दौरान हुई हत्या और बलात्कार (रेप) की घटनाओं को लेकर पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया है कि पिछले छह साल की तुलना में इस साल हत्या और रेप के अपराधों में कमी आई है। गृह विभाग के अफसरों ने अपराध के आंकड़ों को सीएम योगी के समक्ष रखते हुए उन्हे बताया कि यूपी में जनवरी से अगस्त 2023 के बीच हत्या के 1921 एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिसमें से 1322 में चार्जशीट और 90 में अन्तिम रिपोर्ट लगायी और 4705 आरोपियों में 4230 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। यह आंकड़े बताते हैं कि पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में हत्या में मामलों में 9.02 प्रतिशत की कमी आयी है। इसी प्रकार रेप की घटनाओं के आंकड़े सीएम के समक्ष रखते हुए उन्हे बताया गया कि यूपी में रेप के मामलों में दर्ज 1869 केस में पुलिस ने 1359 में चार्जशीट दाखिल कर 2578 आरोपियों में से 2325 को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। रेप के मामले में फतेहगढ़, सीतापुर, खीरी, कौशांबी और हमीरपुर में बढ़ोतरी होने पर अधिकारियों को और एक्टिव करने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट, शाहजहांपुर, बलरामपुर, कौशांबी, फतेहपुर की लचर कार्रवाई पर चेतावनी दी गई है. इसी प्रकार गृह विभाग के अफसरों ने राज्य में डकैती के अपराध में कमी आने का दावा भी किया। अधिकारियों के अनुसार यूपी में बीते आठ माह में डकैती की 30 एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें 18 में चार्ज शीट दाखिल कर 200 लोगों को जेल भेजा गया। पुलिस अफसरों के अनुसार, बीते छह वर्षों में प्रदेशभर में हुई डकैती की घटनाओं तुलना में 16.22% कमी हुई है।
सोशल मीडिया की निगेटिव खबरों पर रखें पैनी नजर
अपराध के इन आंकड़ों का संज्ञान लेने के बाद सीएम योगी ने थाना स्तर से लेकर एसपी/एसएसपी/कमिश्नर स्तर पर सोशल मीडिया पर निगेटिव खबरों को लेकर पैनी नजर रखने को कहा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में शांति का माहौल बरकरार है। जल्दी ही प्रदेश में त्योहारों का सीजन शुरू हो रहा है। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे लोगों की लिस्ट बनाकर कार्रवाई करें। संवाद से ही समस्या का समाधान निकलता है, इसे ध्यान में रखते हुए थानेदार ग्राम चौकीदार के साथ बैठक करें और क्षेत्र की गतिविधियों को लेकर चर्चा करें।