वनवास के दौरान राम-सीता इस जगह से गुजरे थे, बेहद खूबसूरत हैं यहां के नजारें
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: October 24, 2019 02:16 PM2019-10-24T14:16:49+5:302019-10-24T14:16:49+5:30
रायपुर के नजदीक बसी ये जगह एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। इस जगह की सैर करने आप प्रकृति के दीवाने हो जाएंगे। इसके साथ ही इस जगह के बारे में पौराणिक मान्यताएं भी फेमस है। तो आइए जानते हैं इस जगह के बारे में विस्तार से...
अगर आप घूमने के शौकीन हैं और अलग-अलग जगहों की सैर करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहें हैं उन जगहों के बारे में जहां राम-सीता ने 14 साल के वनवास के दौरान वक्त बिताया था। रायपुर के नजदीक बसी ये जगह एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है।
इस जगह की सैर करने आप प्रकृति के दीवाने हो जाएंगे। इसके साथ ही इस जगह के बारे में पौराणिक मान्यताएं भी फेमस है। तो आइए जानते हैं इस जगह के बारे में विस्तार से...
दंडकारण्य
छत्तीसगढ़ के बस्तर में बसी ये जगह एक जंगल है जो करीब 92 हजार एकड़ के एरिया में फैली हुई है। ये जंगल इतना बड़ा है कि ये तीन राज्यों छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और उड़ीसा तक फैला हुआ है। इस जंगल को लेकर मान्यता है कि इसी जगह पर राम और सीता ने वनवास काटा था। अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो यह जगह आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं होगी। इस जंगल में देखने के लिए बहुत सी खूबसूरत जगहें हैं घूमने के लिए। तो चलिए जानें उन जगहों के बारे में....
बस्तर
बस्तर एक आदिवासी क्षेत्र होने के साथ-साथ बेहद धर्म-कर्म की जगह है। अगर आप रामायण के समय को अनुभव करना चाहते हैं तो एक बार यहां जरूर आएं। दंडकारण्य में आपको जंगल, पहाड़, नदी, झरने, प्राचीन मंदिर, जंगली जीव-जंतु और प्रकृति के अद्भुत नजारे दिखेंगे।
जगदलपुर
जगदलपुर जिले के बीच बने इस जंगल में एक बस्तर का किला है जो अपनी वास्तुकला की वजह से लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। इसके साथ ही यहां भारत का सबसे चौड़ा झरना है चित्रकोट जो घोड़े के पैर के आकार का है।
इसके अलावा तीर्थगढ़ वॉटरफॉल्स के पास ही शिव-पार्वती का प्राचीन मंदिर भी है। हालांकि यह जगह अभी भी लोगों के नजरों से दूर है क्योंकि छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों का खतरा बहुत ज्यादा है। इसलिए खूबसूरतवादी होने के भी बावजूद लोग यहां कम जाते हैं।