इंटरनेशनल म्यूजियम डे 2018: देश के इन 5 संग्रहालयों में दिखती हैं प्रचीनता की झलक

By मेघना वर्मा | Published: May 18, 2018 03:19 PM2018-05-18T15:19:48+5:302018-05-18T15:19:48+5:30

एग्मोर नामक स्थान के कारण चेन्नई के सरकारी संग्रहालय को अक्सर एग्मोर संग्रहालय कहा जाता है। यह संग्रहालय एक सुंदर औपनिवेशिक इमारत पैन्थियोन कॉम्प्लेक्स में स्थित है।

Intentional Museum Day 2018: India's famous 5 museum that one should be visit | इंटरनेशनल म्यूजियम डे 2018: देश के इन 5 संग्रहालयों में दिखती हैं प्रचीनता की झलक

इंटरनेशनल म्यूजियम डे 2018: देश के इन 5 संग्रहालयों में दिखती हैं प्रचीनता की झलक

भारत देश अपनी संस्कृति और मान्यताओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यहां की प्राचीनता और इतिहास को जानने और समझने के लिए देश के साथ दुनिया के लोग भी आतुर रहते हैं। इन्हीं इतिहास को समेटे हुए भारत के कुछ संग्रहालय अनायास ही लोगों को अपनी ओर खींच लेते हैं। हर साल 18 मई को इंटरनेशनल म्यूजियम डे मनाया जाता है और आज इसी मौके पर हम आपको देश के ऐसे ही कुछ म्यूजियम के बारे में बताने जा रहे है जो आपको भारत की सभ्यता और प्रचीनता के और करीब ले जाएगी। आप को भी अगर पुरानी चीजों में दिलचस्पी है तो अपने दोस्तों या परिवार वालों के साथ आप यहां घूमने जाने का प्लान कर सकते हैं। 

1. दिल्ली का राष्ट्रीय संग्रहालय

भारत की राजधानी नई दिल्ली में 1949 में स्थापित राष्ट्रीय संग्रहालय, प्रदर्शन और प्रदर्शनी का एक शानदार संग्रह है। यहां आपको मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की सभ्यताओं के दिनों से लेकर भारत के आधुनिक समय तक के इतिहास देखने को मिलता है। यहां प्रदर्शन के लिए वैदिक सभ्यता, गौतम बुद्ध के व्यक्तिगत प्रभाव, भारतीय राजाओं द्वारा उपयोग किए गए अस्त्र-शस्त्र और हथियार, (एक हाथी कवच सहित), कलाकृति, लकड़ियों की नक्काशी, वस्त्र, संगीत वाद्ययंत्र और पत्थर की मूर्तियों सहित कई अन्य व्यक्तिगत अवशेष हैं। देश भर के पर्यटर इस संग्रहालय को देखने के लिए आते हैं।

2. कोलकाता का भारतीय संग्रहाल

कोलकाता का भारत के प्रचीन समय से पुराना नाता है। भारतीय संग्रहालय एशियाई सोसाइटी द्वारा यहां का संग्रहालय 1814 में स्थापित किया गया था। उस समय, कलकत्ता ब्रिटिश भारत की राजधानी थी और एक शताब्दी तक यहां राजनीतिक और सांस्कृतिक विकास की स्थिति बनी रही। भारतीय संग्रहालय दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे पुराना और देश में सबसे बड़ा संग्रहालय है। इसे छः खंडों में विभाजित किया गया है जिसमें कुल पैंतीस गैलरियां हैं। यहां की कलाकृतियों और प्रदर्शनिंयों को पुरातत्व, कला, मनुष्य जाति विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, भूविज्ञान और जन्तु विज्ञान में वर्गीकृत किया गया है। यह पुरातत्व संग्रहालय के सबसे आकर्षक वर्गों में से एक है जिसमें मिस्र की एक ममी सहित और भी शानदार प्रदर्शनियां शामिल हैं। यहां की सिक्कों की गैलरी, संगीत वाद्ययंत्र गैलरी, मुगल चित्रकारी गैलरी, मुखौटा गैलरी, और जीवाश्म- मनुष्य विज्ञान गैलरी आगंतुकों द्वारा अधिक पंसद की जाने वाली गैलरियां हैं।

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3. हैदराबाद का सालार जंग संग्रहालय

हैदराबाद का सालार जंग संग्रहालय देश में सबसे प्रसिद्ध संग्रहालयों में से एक है। यह संग्रहालय 1951 में नवाब मीर यूसुफ खान के महल में स्थापित किया गया था। जिसे अब लोकप्रिय सालार जंग तृतीय कहा जाता है। यह संग्रहालय 1.1 मिलियन कलाकृतियों और कला खंडों का संग्रह रखता है। यहां की सभी कलाकृतियां और कला खंड व्यक्तिगत रूप सं सालार जंग तृतीय द्वारा खुद इकट्ठा किये गये हैं। यहां के सर्वश्रेष्ठ संग्रह में से एक घड़ी कक्ष है। ऐतिहासिक समय वाली दुनिया भर की घड़ियों और समय देख-रेख उपकरणों की एक गैलरी है। कुरान संग्रह यहां भी प्रभावशाली है। मुगल काल की प्राचीन वस्तुएं जैसे औरंगजेब के खंजर, टीपू सुल्तान की अलमारी, मुगल काल की पत्थर की मूर्तियां, कलाकृति, और राजा रवि वर्मा की चित्रकारी को जरुर देखें, जो सालार जंग के अद्भुत संग्रह का एक हिस्सा हैं।

4. मुंबई का छत्रपति शिवाजी वास्तु संग्रहालय

इस संग्रहालय की स्थापना 1922 में राजकुमार की भारत यात्रा के स्मरणोत्सव मनाने लिए की गई थी। यहां के संग्रहालय में सिंधु घाटी सभ्यता से कुछ प्राचीन अवशेष, मध्य युग के मिट्टी के बर्तनों और चीनी मिट्टी की कुछ शानदार मूर्तियों, कलाकृति और लघु चित्रकारी, और भारतीय युद्ध के प्राचीन हथियारों का एक अच्छा संग्रह है। संग्रहालय में स्थित गुंबदाकार संरचना हिंदू, इस्लामी, और ब्रिटिश वास्तुकला के एक सुंदर मिश्रण को दर्शाती है। यह संरचना जॉर्ज वॉट द्वारा डिजाइन की गयी थी।

5. चेन्नई का सरकारी संग्रहालय

एग्मोर नामक स्थान के कारण चेन्नई के सरकारी संग्रहालय को अक्सर एग्मोर संग्रहालय कहा जाता है। यह संग्रहालय एक सुंदर औपनिवेशिक इमारत पैन्थियोन कॉम्प्लेक्स में स्थित है। यह संग्रहालय दक्षिण भारत के इतिहास के सबसे प्रभावशाली प्रदर्शनों को प्रदर्शित करता है। कांस्य मूर्तिकला संग्रह गैलरी में 7 वीं शताब्दी के पल्लवों के समय की कांस्य की मूर्तियां दिखाई गई हैं और 9 वीं और 11 वीं शताब्दियों के बीच चोल साम्राज्य की भी कुछ बेहतरीन मूर्तियां गैलरी में स्थापित हैं। इस संग्रहालय में प्राचीन दक्षिण भारत के कुछ उत्कृष्ट बौद्ध अवशेष और सिक्के भी शामिल हैं।

Web Title: Intentional Museum Day 2018: India's famous 5 museum that one should be visit

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