स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। स्वामी विवेकानंद की ही जयंती को हर साल भारत में 'नेशनल यूथ डे' के तौर पर मनाया जाता है। विवेकानंद के घर का नाम नरेंद्र दत्त था। एक अध्यात्मिक गुरु के तौर पर देश-विदेश में अपनी पहचान बनाने वाले विवेकानंद ने 25 साल की उम्र में ही संन्यास ले लिया था। विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस थे जिनके पास आकर उन्हें आत्म-साक्षात्कार हुआ। विवेकानंद के 1893 में अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में दिए भाषण की आज भी पूरी दुनिया में चर्चा होती है। Read More
रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों ने गुरुवार को भी जेएनयू के प्रशासनिक भवन में घुसकर नारेबाजी की। हालांकि, विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे अभद्र टिप्पणी किसने लिखी इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। ...
28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन में जन्मे बिल ने वर्ष 1975 में पाल एलन के साथ विश्व की सबसे बड़ी साफ्टवेयर कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की और पर्सनल कंप्यूटर के क्षेत्र में क्रान्ति के अग्रदूत बने। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के 74वें सत्र को शुक्रवार को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत खास मौका है क्योंकि इस साल पूरा विश्व गांधी जी की 150वीं जयंती का जश्न मनाएगा। मोदी ने कहा, “उनका सत्य एवं अहिंसा का संदेश वैश्विक शांति, विकास ...
सवा सौ साल पहले भारत के महान आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में World Parliament of Religions के दौरान विश्व को एक संदेश दिया था। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का आज भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यही संदेश है- Harmony and Peace। ...
स्वामी विवेकानंद ने केवल 25 साल की उम्र में गेरुआ वस्त्र धारण कर लिया था। इसके बाद उन्होंने पैदल ही पूरे भारत की यात्रा की थी। रामकृष्ण परमहंस के पास आकर उन्हें शिक्षा मिली। ...