पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देकर सम्मानित किया गया है। प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी के साथ पांच दशक लंबी राजनीतिक पारी खेली है। इस दौरान वो अलग-अलग पदों पर रहे। 2012 में भारत का राष्ट्रपति बनने से पहले वो भारत के वित्त मंत्री थे। 2012 से 2017 के बीच भारत के राष्ट्रपति रहे। मुखर्जी को साल 1969 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राजनीति में लेकर आई थी और राज्यसभा के लिए चुना था। Read More
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा ने कहा कि दिल्ली महिला कांग्रेस की करीब 50 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया और मंदिर मार्ग पुलिस थाना ले जाया गया। ...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि लोगों ने उन्हें संख्यात्मक बहुमत दिया होगा लेकिन अधिकतम मतदाताओं ने कभी किसी एक पार्टी को समर्थन नहीं दिया। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने पर अपना संदेह भी जताया। ...
साल 1952 में राज्यसभा के पहले सत्र में कुल 15 महिला (6.94%) सदस्य थीं जिनकी संख्या 2014 तक 31(12.76%) हो चुकी थी. फिलहाल सदन में कुल 26 (10.83%) महिला सदस्य ही शेष हैं. ...
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की ओर से सोमवार को जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुमार और शर्मिष्ठा की बतौर प्रवक्ता नियुक्ति को मंजूरी प्रदान की। शर्मिष्ठा दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। वह दिल्ल ...
कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में असाधारण और उल्लेखनीय राष्ट्र सेवा करने वालों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया जाता है। ...
शुरू में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का चलन नहीं था, लेकिन एक वर्ष बाद इस प्रावधान को जोड़ा गया। इसी तरह खेलों के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रावधान भी बाद में शामिल किया गया। ...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारतीय संसदीय व्यवस्था हम सभी के सतत् संघर्ष की परिणिति है। यह व्यवस्था न तो हमें सहजता से मिली है और न ही ब्रिटिश सरकार से उपहार में मिली है। मुखर्जी गुरुवार को विधानसभा में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (राजस्थान श ...