Shani Dev: शनि देव हिन्दू देवता हैं। इनके पिता भगवान सूर्य और माता 'छाया' हैं। शनि देव को हिन्दू धर्म में कर्मफल दाता माना गया है, यानी ये मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार ही उसे फल देते हैं। शनि देव के संबंध में शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती को अशुभ माना जाता है और इन दोनों से गुजर रहे लोगों को शनि की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए विशेष ज्योतिष उपाय करने पड़ते हैं। Read More
शनि देव के भारत में कई मंदिर हैं। इसी में से एक उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी स्थित है। ये मंदिर बेहद प्राचीन है। मान्यता है कि यहां 12 महीने शनि देव मौजूद रहते हैं। जानिए इस मंदिर के बारे में। ...
शनिदेव के प्रकोप से सभी बचना चाहते हैं। ऐसी मान्यता है कि उनकी वक्र दृष्टी किसी शख्स पर पड़ जाए तो उसके लिए जीवन बेहद कठिन हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे संकेत बताए गए हैं जो बताते हैं कि शनि कहीं आप पर भारी तो नहीं है, इस बार में जानिए। ...
शनि 142 दिन बाद यानी आज 29 सितंबर को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर वक्री से मार्गी हो चुके हैं। शनि के मार्गी होने से जिस राशि पर भी शनि के प्रभाव थे, वे काफी हद तक कम हो जाएंगे। आपको बता दें कि शनि 11 मई 2020 को वक्री हुए थे। ...
न्याय के देवता शनि देव 29 सितंबर से अपनी चाल बदलने जा रहे हैं। इससे पहले 23 सितंबर को राहु-केतु का राशि परिवर्तन हुआ था। सितंबर का महीना कई ग्रहों के राशि परिवर्तन और चाल बदलने के लिहाज से काफी अहम रहा। ...
हिन्दू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव को समर्पति बताया जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा की जाती है। वहीं शनिवार के दिन लोग पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाते हैं सिर्फ यही नहीं इस दिन लोग तेल का दीया भी जलाते हैं। ...
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सप्ताह का हर दिन किसी देवी-देवता को समर्पित है। शनिवार के दिन शनिदेव का पूजन किया जाता है। शनिदेव की दृष्टि को क्रूर माना जाता है। वह राजा को रंक बनाने की शक्ति रखते हैं। ...