राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 12 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून लागू हो गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक शीतकालीन सत्र 2019 में राज्यसभा द्वारा और सोमवार को लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। इसके पारित होने के बाद से ही पूर्वोत्तर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे है। कई राजनीतिक संगठन इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच हैं। Read More
मुंबई के आजाद मैदान में 'मुंबई प्राइड सॉलिडैरिटी गैदरिंग 2020' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सभा के दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाए। ...
अधिकारी ने कहा कि आरोपी को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा। नाबलिग ने 30 जनवरी को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर गोली चला दी थी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया था। बाद में उसे पुलिस ने उसे दबोच लिया था ...
संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के कारण कालिंदी कुंज- शाहीन बाग मार्ग और ओखला अंडरपास से आवाजाही पर पिछले वर्ष 15 दिसम्बर से ही पाबंदियां लगी हुई हैं। ...
पुलिस ने कहा कि वाहन पंजीकरण रिकॉर्ड के अनुसार, कैमरे में जिस दोपहिया वाहन का पंजीकरण नम्बर आया है जो अंक 2 के साथ समाप्त होता है, वह एक पुरुष का है, जबकि अंक 4 के साथ समाप्त होने वाला वाहन एक महिला का है। ...
भाजपा के चुनाव प्रचार में शाहीन बाग मुख्य मुद्दा है और पार्टी के शीर्ष नेता हर रैली में इस मुद्दे को उठा रहे हैं। मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने बटला हाउस मुठभेड़ पर सवाल उठाए थे वे अब ‘टुकड़े टुकड़े’ नारा लगाने वालों को बचा रह ...
नागरिकता राज्य का विषय नहीं है, केंद्र का विषय है। इसके बावजूद कई राज्य कह रहे हैं कि वे इसका पालन नहीं करेंगे। यह सब शासन को अस्थिर करने और समाज में भ्रम पैदा करने के लिए किया जा रहा है। अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि विहिप अपने ...