30 साल से पेशेवर टेनिस खेल रहे भारतीय दिग्गज लिएंडर पेस, लंबे करियर को लेकर कही ये बात
By भाषा | Published: June 1, 2019 09:30 PM2019-06-01T21:30:36+5:302019-06-01T21:30:36+5:30
लगभग तीस साल से पेशेवर टेनिस खेल रहे भारतीय दिग्गज लिएंडर पेस कहा कि इतना लंबा करियर होने पर वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं।
पेरिस, एक जून। लगभग तीस साल से पेशेवर टेनिस खेल रहे भारतीय दिग्गज लिएंडर पेस कहा कि इतना लंबा करियर होने पर वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं। पेस ने इस दौरान 18 ग्रैंडस्लैम युगल खिताब जीते है और उनके पास 1000 से ज्यादा रैकेटों का संग्रह हैं। पेस दो सप्ताह बाद अपना 46वां जन्मदिन मनाएंगे।
फ्रेंच ओपन के पहले दौर में पेस और फ्रांस के बेनेट पियरे की जोड़ी ने स्लोवाकिया के मार्टिन क्लिजान और ब्रिटेन के डोमिनिक इंगलोट को 6-4, 6-4 से पराजित किया। पेस और पियरे की जोड़ी हालांकि दूसरे दौर में राबर्ट फराह और जुआन सेबेस्टियन काबल की तीसरी वरीयता प्राप्त कोलंबियाई जोड़ी से 6-0, 4-6, 6-3 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी।
पेस ने पहले दौर के मैच के बाद कहा, ‘‘ मैं लगभग 30 साल से टेनिस खेल रहा हूं। मैंने पीट संप्रास के जैसे खिलाड़ी को यहां देखा है, मैंने पैट राफ्टर को खेलते हुए देखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘टेनिस में मेरा सफर शानदार रहा है, मैं भाग्यशाली हूं कि इतने लंबे समय से खेल रहा हूं। खासकर यहां (फ्रेंच ओपन) चार बार जीत दर्ज कर।’’
फ्रेंच ओपन में पहली बार 1989 में खेलने वाले लिएंडर पेस ने इंडियन वेल्स क्वालीफाइंग में युवा रोजर फेडरर को भी हराया था।उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे पास लगभग 1000 रैकेटों का संग्रह हैं। मेरे पास राड लीवर के अलावा फेडरर, राफेल नडाल, नोवाक जोकोविच, एंडी मर्रे, मार्टिना नवरातिलोवा जैसे चैम्पियन खिलाड़ियों के रैकेट है। नवरातिलोवा के साथ मैंने काफी खेला है। मेरे पास सेरेना विलियम्स, वीनस विलियम्स, मार्टिना हिंगिंस के रैकेट के साथ ब्योर्न बोर्ग का लकड़ी वाला रैकेट है। मेरे पास मेरा पहला रैकेट भी है।’’
पेस ने कहा कि फिलहाल संन्यास लेने की उनकी कोई योजना नहीं है, वह भी तब जब अगले साल ओलंपिक खेल होने है। अटलांटा (1996) ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले इस खिलाड़ी कहा, ‘‘ तोक्यो ओलंपिक में अभी काफी समय है। ओलंपिक में मैंने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अब एक बार फिर वहां जाना शानदार होगा। उसमें अभी 15 महीने का समय है और इसके लिए मुझे काफी मेहनत करनी होगी।’’
पेस सात बार ओलंपिक खेलों में भाग ले चुके है जो किसी टेनिस खिलाड़ी या किसी भारतीय खिलाड़ी के लिए रिकॉर्ड है। पेस के पिता भी 1972 में हॉकी टीम के साथ कांस्य पदक जीत चुके हैं।