ट्विटर अब भारत में भी बंद कर रहा है अपना ऑफिस, 3 दिन पहले ही सिंगापुर कार्यालय कराया गया है खाली- रिपोर्ट
By आजाद खान | Published: January 14, 2023 09:23 PM2023-01-14T21:23:36+5:302023-01-14T21:48:39+5:30
मीडिया रिपोर्ट की माने तो कंपनी ने तीन दिन पहले ही सिंगापुर कार्यालय को खाली करा दिया है। ऐसे में कंपनी द्वारा कर्मचारियों को घर से काम करने के भी आदेश देने की बात सामने आई है।

फोटो सोर्स: Twitter
नई दिल्ली: सूत्रों के अनुसार, ट्विटर दिल्ली और मुंबई में अपनी को-वर्किंग सीटों को छोड़ने का विचार कर रहा है। खबर के अनुसार, कंपनी पहले ही अपनी बेंगलुरु फेसिलिटी को छोड़ चुका है और अब उसकी नजर इन शहरों पर है। कंपनी को लेकर ऐसी खबरें तब आ रही है जब ट्विटर अपने खर्चे कम करने के लिए दुनिया भर में अपने ऑफिसों को बन्द कर रहा है।
आपको बता दें कि कंपनी ने पिछले साल नवंबर में ही कहा था कि वह कुछ कार्यालयों को अस्थायी रूप से बंद कर रहा है। ऐसे में अब यह कहा जा रहा है कि कंपनी ने इसकी शुरुआत कर दी है और भारत में इसका असर भी दिखने लगा है।
क्या है पूरा मामला
सूत्रों की माने तो ट्विटर के पास मुंबई के BKC के WeWork फैसेलिटी में लगभग 150 सीटें हैं और दिल्ली के कुतुब इलाके के एक्जीक्यूटिव सेंटर में लगभग 80 सीटें हैं जिसे अब कंपनी खाली करने को सोच रहा है। यही नहीं कंपनी के पास बेंगलुरु में भी कुछ को-वर्किंग सीटें थी जो अब खाली हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने 11 जनवरी को सिंगापुर कार्यालय को खाली कराया है। खबर के अनुसार, ऐसे में यहां के कर्मचारियों के मेल के जरिए सिंगापुर के कैपिटा ग्रीन बिल्डिंग छोड़ने और गुरुवार से वर्क फ्रॉम होम करने को कहा गया है। आपको बता दें कि पिछले साल नवंबर में मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह खबर सामने आई थी कंपनी अपने कुछ कार्यालयों को अस्थायी रूप बंद करने जा रही है।
ट्विटर ग्लोबल ऑफिस का भी नहीं दिया गया है भाड़ा
खबरों के अनुसार, यह बात भी सामने आई है कि कंपनी ने अपने मुख्यालय या अपने किसी अन्य ग्लोबल ऑफिस के कई हफ्ते का किराया नहीं दिया है। ऐसे में कंपनी के सैन फ्रांसिस्को के ऑफिस का किराया नहीं देने के कारण उसके खिलाफ मुकदमा भी हुआ है।
आपको बता दें कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने जब से ट्विटर को खरीदा है तब से लेकर कंपनी के आधे कर्मचारी की छंटनी हो चुकी है। ऐसे में मस्क के इस फैसले को लेकर उनकी काफी आलोचना भी हुई है।