जेफ बेजोस का Amazon का सीईओ पद छोड़ने का ऐलान, कभी खुद घर-घर जाकर करते थे किताबों की डिलीवरी
By विनीत कुमार | Published: February 3, 2021 12:19 PM2021-02-03T12:19:24+5:302021-02-03T12:52:01+5:30
Jeff Bezos उस मौके पर Amazon का सीईओ पद छोड़ रहे हैं जब कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में शुमार है। जेफ बेजोस की जगह एंडी जेसी (Andy Jassy) सीईओ बनेंगे।
ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के फाउंडर जेफ बेजोस (Jeff Bezos) ने कंपनी का सीईओ पद छोड़ने का ऐलान कर दिया है। जेस बेजोस इस साल के आखिर तक अपना पद छोड़ देंगे। बेजोस ने साथ ही घोषणा की है कि अब उनकी जगह एंडी जेसी (Andy Jassy) अब इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।
जेसी 1997 में अमेजॉन से जुड़े थे और वे अमेजन वेब सर्विसेस (AWS) के फाउंडर हैं। बहरहाल, सीईओ जेफ बेजोस ने ये घोषणा उस समय की है जब कंपनी ने लगातार तीसरी बार बंपर कमाई की है और तिमाही बिक्री भी पहली बार 100 बिलियन डॉलर के ऊपर पहुंच गई है।
इंस्टिट्यूशननल ब्रोकर्स एस्टिमेट सिस्टम (IBES) के आंकड़े के अनुसार कंपनी ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए पिछली तिमाही में 125.56 बिलियन डॉलर की बिक्री की।
Amazon की जेफ बेजोस ने 27 साल पहले की थी शुरुआत
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार जेस बेजोस ने अमेजन की शुरुआत 1994 में अपने गैराज से कुछ लोगों के साथ मिलकर की थी। सभी ने मिलकर कंपनी की साइट के लिए सॉफ्टवेयर बनाने से इसकी शुरुआत की।
इसके बाद जल्द ही अमेजन सफलता की ओर बढ़ चला। कंपनी के शुरू होने के एक साल के अंदर इसे दो बेडरूम वाले एक घर में शिफ्ट किया गया। जुलाई-1995 में अमेजन की टेस्ट साइट लॉन्च हुई इसे लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
Amazon का सफर, कभी खुद किताबों की डिलीवरी करते थे बेजोस
Amazon की शुरुआत किताबों को बेचने से शुरू हुई। बहुत जल्द ये कंपनी अमेरिका सहित 45 देशों में डिमांड के अनुसार किताबों की डिलवरी करने लगी। बेजोस 1997 के इंटरव्यू में बताते हैं कि क्यों उन्होंने किताबों को पहले बेचने का फैसला किया।
बेजोस इस इंटरव्यू में बताते हैं कि उस समय किताबों और म्यूजिक को लेकर ऑनलाइन खूब बातें होती थीं। साथ ही उस समय किताबों की दुनिया में करीब 35 लाख आइटम कई भाषाओं में मौजूद थे, जिसे बेचा जा सकता था।
बेजोस एक इंटरव्यू में ये भी बताते हैं कैसे वो खुद शुरूआत में कैसे अपनी कार में किताबें रखकर घर-घर जाकर किताबों की डिलीवरी करते थे। बेजोस कहते हैं कि वे एक कंपनी बनाना चाहते थे लेकिन आज कंपनी जिस स्वरूप में है, उसकी उम्मीद उन्हें भी नहीं थे।