यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के लिए भारत सरकार ने तय की डेडलाइन, मार्च 2025 से एक ही चार्जर से कर सकेंगे सभी डिवाइसों को चार्ज
By आजाद खान | Published: December 29, 2022 09:56 AM2022-12-29T09:56:22+5:302022-12-29T10:45:10+5:30
आपको बता दें कॉमन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट को हर डिवाइस के लिए लागू करने के लिए यूरोपियन यूनियन (ईयू) ने जहां 28 दिसंबर, 2024 की डेडलाइन तय की है। ऐसे में भारत के लिए यह डेडलाइन मार्च 2025 रखी गई है।
नई दिल्ली: सरकार ने सभी डिवाइसों के लिए कॉमन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के लिए समय सीमा तय कर दी है। इसके तहत अब मार्च 2025 तक हर कंपनियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे हर डिवाइस के लिए अलग-अलग चार्जर नहीं बल्कि एक कॉमन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट प्रदान करेंगी।
आपको बता दें कि आजकल लगभग सभी एंड्रॉयड फोन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के साथ ही आते है। ऐसे में एंड्रॉयड फोन बनाने वाले कंपनियों को इतनी परेशानी नहीं है। लेकिन केवल एपल ही ऐसी कंपनी है जिसे इस तरह के बदलाव करना होगा।
क्या कहा है सरकार ने
अभी हर डिवाइस के लिए अलग-अलग चार्जर होता है जैसे एंड्रॉयड के लिए अलग तो एपल डिवाइसों के लिए अलग, इससे उपभोक्ताओं को काफी समस्या होती है। ऐसे में इस समस्या के साथ कई और परेशानियों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि देश के हर डिवाइस के लिए कॉमन यूएसबी टाइप-सी चार्जर और पोर्ट होना चाहिए।
इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कॉमन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के लिए डेडलाइन तय की है। इसके लिए सरकार ने मार्च 2025 तक का समय रखा है और कंपनियों को हिदायत दी है कि इस डेडलाइन तक सभी डिवाइसों में इसे मुहैया कराया जाए।
यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के लिए डेडलाइन तय पर क्या बोली सरकार
आपको बता दें कि यूरोपियन यूनियन (ईयू) द्वारा सभी डिवाइसों में कॉमन यूएसबी टाइप-सी पोर्ट देने के लिए 28 दिसंबर, 2024 की डेडलाइन तय की है। ऐसे में सरकार ने इस डेडलाइन के बाद ही समस सीमा तय की है।
इस पर बोलते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, "जब चार्जर की बात आती है तो ग्लोबल सप्लाई चेन चलती है, इसलिए हमें खुद को ग्लोबल टाइमलाइन के साथ काम करना होगा।" मामले में उन्होंने आगे कहा, "भारत में निर्देश यूरोपियन यूनियन के तीन महीने बाद लागू होगा।"
लैपटॉप निर्माताओं को मिली है 2026 का डेडलाइन
सरकार ने मार्च 2025 का डेडलाइन स्मार्टफोन और अन्य डिवाइसों के लिए तय की है। वहीं अगर बात करेंगे वीयरेबल्स की तो इसके लिए एक कॉमन चार्जर स्टैंडर्ड की जांच होगी और इसके लिए एक और इसके भाग वाले ग्रप का गठन किया गया है। ऐसे में ग्रुप द्वारा जो सुझाव दिया जाएगा उस पर फैसला लिया जाएगा।
ऐसे में जो कंपनियां लैपटॉप बनाती है उनके लिए यह डेडलाइन 2026 कर दी गई है। इस हालत में इन कंपनियों के पास काफी समय है। आपको बता दें कि केवल एपल को ही अपने डिवाइसों में बदलाव करने होगे क्योंकि आजकर जितने भी एंड्रॉयड फोन आते है उन सब में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट होता है।