अलर्ट! आपके Facebook और Twitter का डेटा हुआ चोरी, इन खतरनाक ऐप्स ने बिना परमिशन किया एक्सेस
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: November 26, 2019 06:02 PM2019-11-26T18:02:01+5:302019-11-26T18:02:01+5:30
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ने माना कि इस डेटा ब्रीच में सैकड़ों यूजर्स के डेटा को गलत तरीके से एक्सेस किया गया है। ये डेटा गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) में मौजूद थर्ड पार्टी ऐप्स चोरी कर रहे थे।
एक बार सोशल नेटवर्किंग साइट Facebook और Twitter यूजर्स के डेटा लीक होने की बात सामने आई है। इसमें इन दोनों सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ने माना कि इस डेटा ब्रीच में सैकड़ों यूजर्स के डेटा को गलत तरीके से एक्सेस किया गया है। ये डेटा गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) में मौजूद थर्ड पार्टी ऐप्स चोरी कर रहे थे। इनमें उन यूजर्स को ज्यादा नुकसान पहुंचा है जिन्होंने इन ऐप में लॉगइन किया था।
यूजर्स के ईमेल एड्रेस और यूजरनेम का किया गया एक्सेस
सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने बताया कि One Audience और Mobiburn सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट यूजर्स के डेटा का एक्सेस दे रहे थे। इसमें ईमेल एड्रेस, यूजरनेम और लेटेस्ट ट्वीट को एक्सेस किया जा रहा था। इस बारे में ट्विटर और फेसबुक ने कहा है कि वे उन यूजर्स को नोटिफाई कर रहे हैं जिनके डेटा को इस ऐप्स ने एक्सेस किया है।
डेटा लीक में यूजर्स से जुड़ी कई तरह की जानकारियां शामिल हैं। इस लीक के लिए दो ऐप्स सवालों के घेरे में हैं।
ट्विटर देगा यूजर्स को इसकी जानकारी
सोमवार को ट्विटर ने एक बयान जारी कर कहा, 'हमें One Audience द्वारा मेनटेन किए जा रहे वायरस वाले मोबाइल सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट किट के बारे में पता चला। हम आपको इसके बारे में आज इसलिए बता रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि अगर ट्विटर अकाउंट पर यूजर की प्रिवेसी और निजी डेटा को नुकसान पहुंचता है तो उन्हें इसकी जानकारी देना हमारी जिम्मेदारी है।'
इसमें Giant Square और Photofy दो ऐप्स हैं जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं। सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने कहा है कि वन ऑडियंस के जरिए यूजर्स का डेटा सार्वजनिक हो गया और थर्ड पार्टी डेवलेपर्स के लिए इसे कलेक्ट करना भी आसान हो गया।
वहीं, फेसबुक ने एक स्टेटमेंट में कहा है, 'हाल ही में सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने यूजर्स को दो बैड ऐक्टर्स - One Audience और Mobiburn को लेकर अगाह किया है। ये ऐप्स सॉफ्टवेयर डेवेलपर किट (SDK) में गलत सॉफ्टवेयर डालने के लिए डेवेलपर्स को पैसे देते थे। इन्वेस्टिगेशन के बाद हमने इन ऐप्स को प्राइवेसी पॉलिसी के उल्लंघन करने पर अपने अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है।'
अगर आप भी इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं या आपके स्मार्टफोन्स में ये ऐप्स हैं तो आप तुरंत इसे रिमूव कर दें और अगर आपको फेसबुक या ट्विटर की ओर से इस बारे में कुछ नोटिफिकेशन भेजे गए हैं तो इस पर ध्यान दें।