सावधान! भारत के 1.5 करोड़ एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर हुआ मैलवेयर का अटैक, चोरी हो सकती है आपकी बैंक डिटेल
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: July 11, 2019 04:04 PM2019-07-11T16:04:44+5:302019-07-11T16:04:44+5:30
साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर Check Point Research ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी है। इस रिसर्च फर्म ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि दुनिया भर में करीब 2.5 करोड़ Android Smartphone को अपनी चपेट में लिया है।
दुनियाभर के स्मार्टफोन यूजर्स के लिए एक नया मैलवेयर वायरस आने की खबर आई है। यह वायरस 15 करोड़ मोबाइल डिवाइस समेत करीब 25 करोड़ एंड्रॉयड डिवाइसेज को प्रभावित कर रहा है। इस मैलवेयर का नाम एजेंट स्मिथ (Agent Smith) है।
साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर Check Point Research ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी है। इस रिसर्च फर्म ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि दुनिया भर में करीब 2.5 करोड़ Android Smartphone को अपनी चपेट में लिया है। वहीं, भारत में इस वायरस की जद में करीब 1.5 करोड़ डिवाइस है।
Check Point Research साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में काम करने वाली चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर की थ्रेट इंटेलिजेंस विंग है। एजेंट स्मिथ मैलवेयर गूगल ऐप्स के रूप में दिखता है जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। एजेंट स्मिथ मैलवेयर डिवाइस में पहले से इंस्टॉल ऐप्स को रिप्लेस करके उसका मलिशियल वर्जन इंस्टॉल कर देता है।
एजेंट स्मिथ (Agent Smith) मैलवेयर पैसे कमाने वाले ऐड्स दिखाकर डिवाइस तक एक्सेस बनाता है। इसके बाद बैंक डिटेल और उससे जुड़ी जानकारी के साथ कुछ दूसरे डेटा को भी चुरा लेता है। इससे पहले इसी तरह के कुछ और मैलवेयर Gooligan, Hummingbad और CopyCat पहले भी आ चुके हैं। फिलहाल कंपनी का कहना है कि उनकी संस्था Google के साथ मिलकर काम कर रही है और फिलहाल Google Play Store में फिलहाल कोई हानिकारक ऐप मौजूद नहीं है।
कंपनी ने स्मार्टफोन यूजर्स को यह हिदायत दी है कि वो किसी थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप (App) डाउनलोड न करें। अपनी रिपोर्ट में कंपनी ने बताया कि एजेंट स्मिथ वायरस को पहली बार 9 APP से डाउनलोड किया गया था।
Check Point Software की थ्रेट इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख Jonathan Shimonovich का कहना है कि हिंदी, अरबी, रूसी और इंडोनेशियाई भाषा का उपयोग करने वालों के स्मार्टफोन यूजर्स ही Agent Smith मालवेयर की चपेट में आए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय यूजर्स हुए हैं।
भारत के साथ-साथ एशियाई देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और इंडोनेशिया में इस वायरस है। हालांकि कंपनी ने अपने बयान में यह भी बताया है कि इस वायरसे से ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के स्मार्टफोन यूजर्स भी प्रभावित हैं।