5G auction: मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ के साथ लगाई सबसे ऊँची बोली
By रुस्तम राणा | Published: August 1, 2022 08:03 PM2022-08-01T20:03:04+5:302022-08-01T20:05:01+5:30
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि नीलामी 40 राउंड में 1.50 लाख करोड़ से अधिक की कुल बोलियों के साथ समाप्त हो चुकी है। 10 बैंड में पेश किए गए 72,098 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम में से 51,236 मेगाहर्ट्ज या 71 फीसदी बेचा गया है।
मुंबई: 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ रुपये की बोली के साथ शीर्ष बोलीदाता के रूप में उभरी है, जबकि अडानी समूह की बोली 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 212 करोड़ रुपये थी। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीटीआई के हवाले से इसकी जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि नीलामी 40 राउंड में 1.50 लाख करोड़ से अधिक की कुल बोलियों के साथ समाप्त हो चुकी है। 10 बैंड में पेश किए गए 72,098 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम में से 51,236 मेगाहर्ट्ज या 71 फीसदी बेचा गया है। नीलामी ने 26 जुलाई को पहले दिन ₹ 1.45 लाख करोड़ की बोलियां हासिल कीं, जबकि इसके बाद के दिनों में कुछ सर्किलों में केवल मामूली वृद्धिशील मांग देखी गई।
रिलायंस जियो ने कई बैंडों में स्पेक्ट्रम हासिल किया, जिसमें प्रतिष्ठित 700 मेगाहर्ट्ज बैंड शामिल है जो 6-10 किमी सिग्नल रेंज प्रदान कर सकता है और देश के सभी 22 सर्किलों में 5 जी के लिए एक अच्छा आधार बनाता है। यदि 700 मेगाहर्ट्ज का उपयोग किया जाए तो एक टॉवर अधिक क्षेत्र को कवर कर सकता है।
अडानी समूह ने 26GHz बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा, जो सार्वजनिक नेटवर्क के लिए नहीं है। वहीं टेलीकॉम टाइकून सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये में विभिन्न बैंडों में 19,867 मेगाहर्ट्ज एयरवेव खरीदी। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने 18,784 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा।
वैष्णव ने कहा कि कुल मिलाकर, 150,173 करोड़ बोलियां प्राप्त हुईं। सरकार ने कहा, पहले साल में स्पेक्ट्रम के लिए ₹13,365 करोड़ का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि 5जी सेवाओं को अक्टूबर तक लॉन्च किया जा सकता है।