शॉर्ट डे स्पेशल: आज है सबसे छोटा दिन, जानिए धार्मिक लिहाज से क्यों है खास
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 21, 2017 10:30 AM2017-12-21T10:30:16+5:302017-12-21T10:42:27+5:30
आज का दिन महज 10 घंटे और 48 मिनट तक रहेगा। आज से देवकल शुरू हो रहा है जो शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है।
21 दिसंबर (गुरुवार) को साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात रहेगी। खगोलीय दृष्टि से इसे विंटर सोल्टाइस या दिसंबर दक्षिणायन कहा जाता है। यह घटना साल में दो बार होता है एक बार गर्मियों में और दूसरी बार सर्दियों में। इस दिन सूर्य अपनी दक्षिणी गोलार्ध के सबसे ऊपरी प्वाइंट पर रहेगा। संक्रांति के दौरान धरती के अक्ष का झुकाव (सूर्य के संबंध में) अधिकतम 23 डिग्री 26' रहेगा।
खगोलीय वैज्ञानिकों के अनुसार संक्रांति हर साल 20 या 21 जून और 21 से 13 दिसंबर को होते हैं। गर्मियों के दौरान संक्रांति का दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन है और सर्दियों के दौरान संक्रांति का दिन साल का सबसे छोटा दिन है।
दक्षिणी गोलार्ध में होंगे लंबे दिन
इस समय सूर्य मकर रेखा के ऊपर है, जिसके चलते दक्षिणी गोलार्ध में अभी गर्मी का मौसम है। उत्तरी गोलार्ध में सूर्य की किरणें सीधी न पड़ते हुए आड़ी पड़ने के कारण ठंड बढ़ जाती है।
विंटर सोलस्टाइस
गर्मियों में पड़ने वाले सोलस्टाइस को समर सोलस्टाइस और दिसंबर यानी सर्दियों में पड़ने सोलस्टाइस को विंटर सोलस्टाइस के रूप में मनाया जाता है।
धार्मिक महत्व
हिंदू ज्योतिष में शीतकालीन संक्रांति को उष्णकटिबंधीय उत्तरायण के रूप में जाना जाता है। हालांकि नक्षत्र उत्तरायण मकर संक्रांति से शुरू होता है। इस दिन से देवकल शुरू होता है तो शुभ कार्य शुरू करना अच्छा माना जाता है।
सूर्यास्त और सूर्योदय
इस दिन 7 बजकर, 9 मिनट, 42 सेकेंड पर सूर्योदय हुआ और सूर्यास्त 17 बजकर, 28 मिनट, 48 सेकेंड पर होगा।