Shardiya Navratri 2024: कब से शुरू होगा शारदीय नवरात्रि पर्व? जानें तिथि, घटस्थापना मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
By रुस्तम राणा | Updated: September 14, 2024 14:50 IST2024-09-14T14:50:02+5:302024-09-14T14:50:02+5:30
Shardiya Navratri 2024 Date: इस साल शारदीय नवरात्रि पर्व 3 अक्टूबर, गुरुवार से प्रारंभ होगा। जबकि 11 अक्टूबर, शुक्रवार की महानवमी मनाई जाएगी। वहीं 12 अक्टूबर, शनिवार को दशहरा और मां दुर्गा का विर्सजन किया जाएगा।

Shardiya Navratri 2024: कब से शुरू होगा शारदीय नवरात्रि पर्व? जानें तिथि, घटस्थापना मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि पर्व हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है। यह शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की उपासना का पर्व है। शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य में मां जगदम्बा के नौ अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह पर्व आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से प्रारंभ होकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है, दशमी के दिन विजयादशमी या फिर दशहरा पर्व मनाया जाता है। नौ से दस दिनों तक चलने वाले इस पर्व के पहले दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना किया जाता है, इसके बाद मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है,इसी तरह से पर्व के महाष्टमी के दिन कन्या पूजन के साथ व्रत का पारण किया जाता है और महानवमी को मां दुर्गा का विसर्जन का विधान है। आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि कब है?
शारदीय नवरात्रि 2024 कब है?
इस साल शारदीय नवरात्रि पर्व 3 अक्टूबर, गुरुवार से प्रारंभ होगा। जबकि 11 अक्टूबर, शुक्रवार की महानवमी मनाई जाएगी। वहीं 12 अक्टूबर, शनिवार को दशहरा और मां दुर्गा का विर्सजन किया जाएगा।
2024 शारदीय नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त
इस वर्ष घट स्थापना यानी कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह के 7 बजकर 22 मिनट तक रहेगाष इसके साथ ही कलश स्थापना के लिए एक और शुभ मुहूर्त है, जो कि अभिजित मुहूर्त है, ये सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर के 12 बजकर 47 मिनट रहेगा।
शारदीय नवरात्रि 2024 की तिथियां
| दिन | तारीख | मां दुर्गा के नौ रूप |
| नवरात्रि का पहला दिन | 03 अक्टूबर 2024 | मां शैल पुत्री |
| नवरात्रि का दूसरा दिन | 04 अक्टूबर 2024 | मां ब्रह्मचारिणी |
| नवरात्रि का तीसरा दिन | 05 अक्टूबर 2024 | मां चंद्रघंटा |
| नवरात्रि का चौथा दिन | 06 अक्टूबर 2024 | मां कुष्मांडा |
| नवरात्रि का पांचावां दिन | 07 अक्टूबर 2024 | मां स्कंदमाता |
| नवरात्रि का छठा दिन | 08 अक्टूबर 2024 | मां कात्यायनी |
| नवरात्रि का सातवां दिन | 09 अक्टूबर 2024 | मां कालरात्रि |
| नवरात्रि का आठवां दिन | 10 अक्टूबर 2024 | मां महागौरी |
| नवरात्रि का नौवां दिन | 11 अक्टूबर 2024 | मां सिद्धिदात्रि |
कलश स्थापना विधि
सबसे पहले घर में उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा स्थल का चयन करें। उसे पोछा लगाकर गंगाजल से साफ-सुथरा करें। इसके बाद मां की चौकी बिछाएं। इस पर लाल कपड़ा बिछाकर मां की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद कलश स्थापना करें। नारियल में चुनरी लपेट दें और कलश के मुख पर मौली बांधें। कलश में जल भरकर लौंग का जोड़ा, सुपारी, हल्दी की गांठ, दूर्वा और एक रूपये का सिक्का डालें। अब कलश के मुख पर पांच आम के पत्ते लगाकर उस पर नारियल रखें। इस कलश को मां की प्रतिमा के ठीक दायीं ओर स्थापित करें। इस प्रक्रिया के बाद मंत्र सहित मां दुर्गा का आवाह्न करें।
शारदीय नवरात्रि का महत्व
हिन्दू मान्यता के अनुसार शारदीय नवरात्रि माता दुर्गा की आराधना का श्रेष्ठ समय होता है। नवरात्रि के 9 दिनों में हर दिन मां के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है, जो अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। नवरात्रि का हर दिन देवी के विशिष्ठ रूप को समर्पित होता है और हर देवी स्वरुप की कृपा से अलग-अलग तरह के मनोरथ पूर्ण होते हैं। कहते हैं जो भक्त सच्चे मन से शारदीय नवरात्रि व्रत को करता है मां दुर्गा उसके समस्त प्रकार के कष्टों को हर लेती हैं और उसे सुखी और समृद्धशाली जीवन प्रदान करती हैं। इस व्रत से भक्तों की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।