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Shravan 2019: सावन की शुरुआत इस बार चंद्रग्रहण के साथ, भोले बाबा के दर्शन और पूजन के समय में होंगे बदलाव

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 8, 2019 12:00 IST

शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण में 8 घंटे पहले से सूतक लग जाता है। इस समय में मूर्ति स्पर्श को निषिद्ध बताया गया है। सावन-2019 का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है।

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ठळक मुद्देसावन का पावन महीना इस बार 17 जुलाई से शुरू होने जा रहा हैसावन महीना शुरू होने से पहले 16 जुलाई की रात को लगेगा चंद्रग्रहण

आषाढ़ पूर्णिमा-2019 पर इस बार चंद्रग्रहण का साया है। इसकी वजह से 16 जुलाई की शाम से पहले ही सूतक काल शुरू हो जायेगा और यही कारण है कि सावन के पहले दिन भगवान शिव के पूजन और दर्शन के लिए भक्तों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। सावन-2019 का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है। देर रात लगने वाले चंद्रग्रहण और सुबह 4 बजे के बाद इसके मोक्ष के समय के कारण सावन के पहले दिन पूजा-पाठ के समय में ये बदलाव हो रहे हैं।

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चंद्रग्रहण-2019 का समय और सूतक काल

चंद्रग्रहण का स्पर्श 16 जुलाई की देर रात 1.31 बजे शुरू होगा और इसका मध्य तीन बजे होगा। ग्रहण का मोक्ष रात 4.30 बजे होगा। यह चंद्रग्रहण भारत में देखा जा सकता है और इसलिए इसका असर पूजा-पाठ के समय पर होगा। पूरे भारत में देखा जा सकने वाला इस खंड ग्रास चंद्रग्रहण की पूर्ण अवधि दो घंटे और 59 मिनट की होगी। भारत में चंद्र 17 जुलाई की सुबह 5.25 बजे अस्त होगा। 

शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण में 9 घंटे पहले से सूतक लग जाता है। इस समय में मूर्ति स्पर्श को निषिद्ध बताया गया है। साथ ही बालकों और वृद्ध रोगी को छोड़ दूसरे लोगों के लिए भोजन को निषिद्ध कहा गया है। ऐसे में ग्रहण के कारण तड़के सुबह भगवान शिव के मंगल आरती और पूजन के समय में बदलाव होगा। इस बार सावन के शुरू होने के साथ एक और खास बात ये भी है कि सूर्य राशि बदलकर मिथुन से कर्क में प्रवेश करेंगे।

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