रामायण के अनुसार प्रभु श्रीराम की थी एक बड़ी बहन, पढ़ें मर्यादा पुरुषोत्तम राम से जुड़े 5 रहस्य
By मेघना वर्मा | Published: November 9, 2019 09:18 AM2019-11-09T09:18:21+5:302019-11-09T09:18:21+5:30
अयोध्या- बाबरी मस्जिद मामले में फैसला आने से पहले आइए हम आपको बताते हैं प्रभु श्रीराम और उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ रहस्य।
अयोध्या नगरी इस समय देशभर की मीडिया की नजरों में बना हुआ है। आज (9 नवंबर) को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर कोर्ट अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाएगा। देशवासियों की आस्था और लोगों की उम्मीदें आज फैसले की राह तक रही हैं। विवादित अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले आइए हम आपको बताते हैं प्रभु श्रीराम और उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ रहस्य। जिन्हें रामभक्त होने के नाते आपको पता होना चाहिए।
1. राजा राम का जन्म
मान्यता है कि प्रभु श्रीराम का जन्म आज से 7128 साल पहले अर्थात 5114 ईस्वी पहले हुआ था। रिसर्च्स की मानें तो राम का जन्म आज से लगभग नौ हजार सार पहले हुआ था। हिन्दू शास्त्रों और मान्यताओं की मानें तो भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष को नवमी के दिन हुआ था। भगवान राम के जन्म के बाद सभी देवताओं ने फूलों की वर्षा की थी।
2. प्रभु राम की थी एक बहन
आपने हमेशा ही प्रभु श्री राम और उनके तीन भाईयों लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के बारे में सुना होगा। मगर बहुत कम लोगों को ही ये पता है कि भगवान राम की एक बहन भी थी। दक्षिण भारत की रामायण के अनुसार प्रभु श्रीराम की एक बहन थी जिसका नाम शांता था। राम की ये बहन सभी भाईयों से बड़ी थी।
3. श्रीराम पर लिखें गए हैं सबसे ज्यादा ग्रंथ
रामायण को वाल्मीकि ने भगवान राम के काल में ही लिखा था। इसीलिए इस ग्रंथ को सबसे ज्यादा प्रमाणित माना जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि भगवान श्रीराम पर देस और दुनिया में सबसे ज्यादा ग्रंथ लिखें गए हैं। जी हां रामचरित मान को गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा जिनका जन्म संवत् 1554 में हुआ। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना अवधी भाषा में की।
बताया जाता है कि रामायण को असम में असमी रामायण, उड़िया में विलंका रामायण, कन्नड़ में पंप रामायण, कश्मीर में कश्मीरी रामायण, बंगाली में रामायण पांचाली, मराठी में भावार्थ रामायण। थाईलैंड की रामकियेन और नेपाल में भानुभक्त कृत रामायण आदि प्रचलित हैं। इसके अलावा भी अन्य कई देशों में वहां की भाषा में रामायण लिखी गई है।
4. वनवास में कहां किया वास
रामायण में लिखे कई वाक्यों और साइंस रिसर्च के बाद इस बात के प्रमाण मिलते हैं कि अपने वनवास के समय में राम ने कहां-कहां वास किया। वनवास काल के दौरान उनके साथ जहां भी जो घटा, उनमें से 200 से अधिक घटनास्थलों की पहचान की गई है। वहां के स्मारकों, भित्तिचित्रों, गुफाओं आदि स्थानों के समय-काल की जांच-पड़ताल वैज्ञानिक तरीकों से की।
5. लव और कुश दो बेटे
भगवान श्रीराम के दो पुत्र थे। जिनका नाम था लव और कुश। कालिदास के रघुवंश अनुसार राम ने अपने पुत्र लव को शरावती का और कुश को कुशावती का राज्य दिया था। मान्यता है कि लव का राज्य उत्तर भारत में था और कुश का राज्य दक्षिण कोसल में। कुश की राजधानी कुशावती आज के बिलासपुर जिले में थी। कोसला को राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि माना जाता है।