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Raksha Bandhan 2021: रक्षा बंधन पर इस बार भद्रा कितने बजे से है, दिन में कब नहीं बांधे राखी, जानिए सबकुछ

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 17, 2021 12:47 IST

Raksha Bandhan 2021: रक्षा बंधन का त्योहार 22 अगस्त को है। इसी के साथ सावन माह का भी समापन होगा। पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन पर इस बार राखी बांधने के लिए कई शुभ योग और मुहूर्त हैं।

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ठळक मुद्दे22 अगस्त को मनाया जाएगा पूरे देश में रक्षा बंधन का त्योहार।पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन पर इस बार कई शुभ योग, खासकर दो विशेष शुभ मुहूर्त हैं। शोभन सहित मातंग और सर्वार्थ सिद्धि योग रक्षा बंधन का ये दिन विशेष हो गया है।

Raksha Bandhan 2021: रक्षा बंधन का त्योहार इस साल 22 अगस्त (रविवार) को मनाया जाएगा। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक हर साल सावन माह की पूर्णिमा को रक्षा बंधन मनाया ता है। यह सावन का आखिरी दिन होता है और इसके बाद भद्रपद माह की शुरुआत होती है।

हिंदू धर्म में रक्षा बंधन के त्योहार का बहुत महत्व है। इस दिन बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। साथ ही बहने भाई की आरती उतार कर तिलक करती हैं और उनसे रक्षा का वचन लेती हैं। ये पवित्र पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक भी है।

Raksha Bandhan 2021: राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन पर इस बार कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। खासकर दो विशेष शुभ मुहूर्त हैं। धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में शोभन योग को शुभ योग माना गया है।

साथ ही मातंग और सर्वार्थ सिद्धि योग होने से ये दिन और भी विशेष हो गया है। मध्यान्ह में वृश्चिक लग्न में दोपहर 12.00 बजे से 2.12 बजे तक और कुंभ लग्न में शाम में 6.06 बजे से 7.40  बजे तक का रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त है। सुबह में 6 बजकर 15 मिनट से 10 बजकर 34 मिनट तक शोभन योग रहेगा। ये भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।

Raksha Bandhan 2021: भद्र कब है और राखी कब नहीं बांधे

पंचांग के जानकारों के अनुसार 22 अगस्त, 2021 को सुबह 6.16 बजे तक भद्रा की उपस्थिति रहेगी। इस कारण इस दिन 6.16 बजे तक रक्षा सूत्र नहीं बांधना चाहिए। दरअसल भद्रा में शुभ कार्य करना निषिद्ध माना गया है। हालांकि हमेशा भद्रा को अशुभ नहीं माना जाता है।

Raksha Bandha 2021: रक्षा बंधन पर पूजा विधि

रक्षा बंधन के दिन बहनों को सबसे पहले राखी की थाली सजानी चाहिए। इस थाली में रोली, अक्षत, कुमकुम, दीपक और राखी आदि रखें। इसके बाद भाई की आरती उतारें और उसके माथे पर तिलक लगाएं। 

इसके बाद उसके दाहिने हाथ में राखी बांधें। राखी बांधने के बाद फिर भाई की आरती उतारें और कोई मिष्ठान अपने भाई को खिलाएं। भाई अगर आपसे बड़ा है तो उसके चरण स्‍पर्श कर आशीर्वाद जरूर लें।

वहीं, अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्‍पर्श करना चाहिए। राखी बंधवाने के बाद भाइयों को अपनी इच्‍छा और सामर्थ्‍य के मुताबिक बहनों को कोई उपहार आदि देना चाहिए।

टॅग्स :रक्षाबन्धनसावनहिंदू त्योहार
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