Good Friday पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईसा मसीह को किया याद, ट्वीट कर कही ये बात-पढ़ें यहां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 10, 2020 10:19 AM2020-04-10T10:19:49+5:302020-04-10T10:19:49+5:30
गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर जिंदा हुए जिसे ईस्टर ट्रिडुम या ईस्टर संडे कहा जाता है, जो रविवार को पड़ता है।
ईसा मसीह की याद में आज गुड फ्राइडे मनाया जा रहा है। माना जाता है कि आज ही के दिन ईसा मसीह ने धरती पर बढ़ रहे पाप के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी प्रभु ईसा मसीह को याद किया है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने ट्वीट कर ईसा मसीह की सीखों और उनके त्याग को याद किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके लिखा, 'भगवान मसीह ने अपना जीवन दूसरों की सेवा में समर्पित कर दिया। उनकी हिम्मत और धार्मिकता के साथ उनका न्याय हमेशा अडिग रहा। गुड फ्राइडे पर, हम भगवान मसीह और सत्य, सेवा और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को याद करते हैं।,'
Lord Christ devoted his life to serving others. His courage and righteousness stand out and so does his sense of justice.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 10, 2020
On Good Friday, we remember Lord Christ and his commitment to truth, service and justice.
कोरोना वायरस की वजह से देशभर के गिरजाघरों पर आज ताला लगा हुआ है। गुड फ्राइडे दुख और शोक का दिन होता है क्योंकि इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। कई लोग इस दिन को ग्रेट फ्राइडे तो कई इसे होली या ब्लैक फ्राइडे भी कहते हैं।
Kerala: St Joseph Metropolitan Cathedral in Palayam, Thiruvananthapuram is closed on the occasion of #GoodFriday, today, to avoid mass gathering in view of #COVID19 pandemic. pic.twitter.com/z2y09Bd2Q3
— ANI (@ANI) April 10, 2020
Delhi: Sacred Heart Cathedral near Gol Dak Khana remains closed on #GoodFriday today, as mass gatherings have been suspended at the Church in view of Coronavirus. pic.twitter.com/GSS0bXgoKw
— ANI (@ANI) April 10, 2020
प्रधानमंत्री मोदी के इस ट्वीट को लोग पसंद कर रहे हैं। वहीं माना जाता है कि गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर जिंदा हुए जिसे ईस्टर ट्रिडुम या ईस्टर संडे कहा जाता है, जो रविवार को पड़ता है। ईसा मसीह को ईश्वर का बेटा माना गया था। वे लोगों के बीच जाकर ज्ञान का संदेश देते थे, जो यहूदी धर्म के कट्टर धर्मगुरुओं को नागंवार गुजरा।
ऐसा माना जाता है कि यहूदियों ने ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाकर मारने का आदेश दे दिया। जिस दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया उस दिन शुक्रवार था। तब से उनके अनुयायियों में गुड फ्राइडे मनाने की परंपरा शुरू हो गई।
ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाने के लिए उनके विरोधी उन्हें गुलगुता नामक स्थान पर ले गए। वहां उन्हें करीब दोपहर 12 बजे सलीब पर टांग दिया गया। बताया जाता है कि वो सूली पर लटके हुए थे उन्होंने करीब तीन घंटे बाद यानी तीन बजे दम तोड़ दिया था।