हिन्दू शास्त्र में लाल किताब को महत्वपूर्ण बताया गया है। इसमें लिखी भविष्यवाणियां और इसकी काफी महत्ता बताई जाती है। हलांकि इस बात को लेकर लगातार विवाद है कि लाल किताब की रचना किसने की थी। मगर इसमें लिखी गई बातों को पर लोग अमल जरूर करते हैं।
हर नए साल में इंसान चाहता है कि वो अपनी पुरानी और बुरी आदतों को त्याग कर नए साल की शुरुआत करे। साथ ही इस नए साल में अपने आप को और बेहतर बनाए। नए साल के संकल्प लेने में लाल किताब आपकी मदद कर सकता है। लाल किताब के अनुसार अगर आप आने वाले साल यानी 2020 में कुछ नया संकल्प लेते हैं तो आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।
आज हम आपको ऐसे ही दो संकल्प बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको नए साल में जरूर लेना चाहिए।
1. दान का संकल्प
हमारे वेदों में तीन प्रकार के दान बताए गए हैं। उत्तम, मध्यम और निकृष्ट। उत्तम दान वह होता है जो उन्नति या सत्यविद्या के लिए दिया जाए। कीर्ती या स्वास्थ्य के लिए दिए जाने वाले दान को मध्यम दान और वेश्यागमनादि के लिए दिए गए दान को निकृष्ट दान कहते हैं। संकल्प लें कि नए साल में आप उत्तम या मध्यम दान करेंगे।
2. उत्तम भोजन का संकल्प
खुद का शरीर भगवान का दिया सबसे बड़ा तोहफा होता है। मगर अक्सर लोग खराब चीजें खाकर उसको नुकसान पहुंचाते हैं। नए साल में संकल्प लें कि आप स्वच्छ और स्वस्थ्य भोजन जरूर लेंगे।
3. ब्याज का धंधा ना करने का संकल्प
लाल किताब के अनुसार ब्याज का धंधा करने वालों पर शनि का प्रकोप होता है। यह धंधा जीवन के किसी ना किसी मोड़ पर दंड जरूर देता है। तो इस नए साल पर ध्यान दें ब्याज का धंधा कदापि ना करें।
4. तीर्थ यात्रा का संकल्प
लाल किताब के अनुसार नए साल पर किसी ना किसी तीर्थ पर जाने का संकल्प जरूर लें। आप चाहें तो 51 शक्तिपीठ का दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही आप 12 ज्योतिर्लिंगों या चार धामों का संकल्प भी ले सकते हैं।
5. उपवास का संकल्प
हिन्दू धर्म में उपवास का काफी महत्व बताया गया है। उपवास करने के ना सिर्फ आध्यात्मिक फायदे हैं बल्कि इसके स्वास्थय की दृष्टी से भी कई फायदे होते हैं। इसलिए नए साल में उपवास का संकल्प जरूर लें।
6. संध्योपासन का संकल्प
बहुत से लोग ऐसे हैं जो शाम के समय सोते हैं और सुबह देर से उठते हैं। लाल किताब के अनुसार ऐसा करना आपके लिए अशुभ हो सकता है। इसलिए कोशिश करें की नए साल में अपनी इस आदत को सुधारें। साथ ही सुबह जल्दी उठने की आदत ड़ालें।
7. स्त्रियों के सम्मान का संकल्प
हिन्दू धर्म में स्त्रियों को देवी दुर्गा और मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इसलिए उनका सम्मान भी उसी स्वरूप किया जाना चाहिए।