Nag Panchami 2024 Upay: राशि के अनुसार करें नाग पंचमी पर ये उपाय, दूर होंगी सभी समस्याएं, जानें यहां
By मनाली रस्तोगी | Published: August 7, 2024 05:37 AM2024-08-07T05:37:31+5:302024-08-07T05:37:31+5:30
भक्तों का मानना है कि इस दौरान अगर कोई नागाओं की पूजा करता है, तो इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। नाग पंचमी 9 अगस्त को मनाई जाएगी। पूजा का शुभ समय शाम 05:47 बजे से रात 08:27 बजे तक है।
Nag Panchami 2024: नाग पंचमी उल्लेखनीय हिंदू त्योहारों में से एक है जहां नाग देवता को जल और भोजन का देवता माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नागाओं या सांपों को नाग देवता कहा जाता है। आमतौर पर यह त्यौहार जुलाई या अगस्त में पड़ने वाले श्रावण माह के पांचवें दिन मनाया जाता है। नाग शब्द का अर्थ है सांप और पंचमी पांचवें दिन को दर्शाती है।
भक्तों का मानना है कि इस दौरान अगर कोई नागाओं की पूजा करता है, तो इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। नाग पंचमी 9 अगस्त को मनाई जाएगी। पूजा का शुभ समय शाम 05:47 बजे से रात 08:27 बजे तक है। घर के बाहर सांप की आकृति के महत्व को लेकर यह परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है।
नाग पंचमी के दिन भक्त घर के प्रवेश द्वार पर गाय के गोबर से बनी सांप की आकृति बनाते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है और घर के अंदर सांपों का डर नहीं रहता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान शिव के गले में एक साँप है, इसलिए देवी पार्वती के साथ भगवान की पूजा नाग देवता के साथ की जाती है। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से घर में समृद्धि आएगी और नाग देवता के साथ भगवान शिव भी अपना आशीर्वाद देंगे।
ज्योतिष शास्त्र में नाग पंचमी से जुड़े कई उपाय के बारे में बात की गई है, जिनका राशि के अनुसार पालन करने से भक्तों को लाभ प्राप्त होता है। ऐसे में आप भी जानिए कि नाग पंचमी के दिन कौन-कौन से उपायों को करने से लाभ मिलेगा।
राशि के अनुसार नाग पंचमी पर करें ये उपाय
मेष राशि- मेष राशि के जातक भोलेनाथ के रुद्राष्टाधायी पाठ करें। इसके साथ ही भगवान शिव का रुद्राभिषेक भी करें। इससे मेष राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातक चांदी का टुकड़ा लेकर बहते हुए जल में ही प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
मिथुन राशि- नाग पंचमी के दिन मिथुन राशि के जातक जरूरतमंद लोगों को मूंग की दाल दान करें और भगवान शिव की विधिवत उपवास करें।
कर्क राशि- नाग पंचमी के शुभ अवसर पर कर्क राशि के जातक बहते हुए पानी में नारियल प्रवाहित करें। इसके साथ ही भक्त भगवान शिव के मंदिर में जलाभिषेक भी करें।
सिंह राशि- नाग पंचमी के दिन सिंह राशि के जातक किसी जरूरतमंद व्यक्ति को सूखे नारियल का दान करें। साथ ही, भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
कन्या राशि- नाग पंचमी के दिन कन्या राशि के जातक किसी बीमार व्यक्ति की सेवा करें। इसके अलावा भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
तुला राशि- नाग पंचमी के मौके पर तुला राशि के जातक शिव चालीसा का पाठ करें और जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन, वस्त्र या धन का दान जरूर करें। इससे लाभ प्राप्त होगा।
वृश्चिक राशि- नाग पंचमी के दिन वृश्चिक राशि के जातक भोलेनाथ की उपासना करें। साथ ही, गणेश की पूजा भी करें और उन्हें पीले लड्डू व फूल अर्पित करें।
धनु राशि- नाग पंचमी के अवसर पर धनु राशि के जातक भगवान शिव को आटे और चीनी के मिश्रण से बनी मिठाई का भोग अर्पित करें और फिर इसे लोगों में बांट दें।
मकर राशि- नाग पंचमी के दिन मकर राशि के जातकों को जरूरतमंद लोगों को भोजन का दान करना चाहिए और साथ ही इस विशेष दिन पर भगवान शिव को काला तिल अर्पित करना चाहिए।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातक इस दिन भगवान शिव और नाग देवता की उपासना करें। साथ ‘ॐ नागदेवताय नमः’ इस मंत्र का जाप जरूर करें।
मीन राशि- नाग पंचमी के दिन मीन राशि के जातक भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें और इस दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जब निरंतर करते रहें। ऐसा करने से उनके जीवन में आ रही समस्याएं दूर होंगी।
देश के कई हिस्सों में होता है ये
देश के कई हिस्सों में लोग असली सांपों, मूर्तियों या सांपों की तस्वीरों पर दूध, चावल और मिठाइयां चढ़ाकर पूजा करते हैं। असली सांपों को मंदिरों में लाने के लिए सपेरों को भी काम पर रखा जाता है ताकि उनकी पूजा की जा सके। कई भक्त इस दिन उपवास रखते हैं और विशेष रूप से नाग देवताओं को समर्पित विभिन्न मंदिरों में जाते हैं। वे सांपों से आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना करते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और विभिन्न अनुष्ठान करते हैं।
यह अवसर सांपों के संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डालता है। कई संगठन और सामुदायिक कार्यकर्ता इस अवसर का उपयोग पारिस्थितिकी तंत्र में सांपों के महत्व के बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के अवसर के रूप में करते हैं।