साप्ताहिक व्रत और त्योहार (2 से 8 मार्च): एकादशी और प्रदोष व्रत इस हफ्ते कब, देखें इस सप्ताह पड़ने वाले व्रतों की लिस्ट और मुहूर्त
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 2, 2020 10:16 AM2020-03-02T10:16:50+5:302020-03-02T10:16:50+5:30
Weekly Festival (2 से 8 मार्च): ये मार्च महीने का पहला हफ्ता है। इस सप्ताह एकादशी और प्रदोष व्रत जैसे महत्वपूर्ण व्रत पड़ रहे हैं। देखिए पूरी लिस्ट
Weekly Festival (2 से 8 मार्च): मार्च के पहले हफ्ते की शुरुआत हो चुकी है। ये फाल्गुन मास का शुक्ल पक्ष भी है जो 9 मार्च को होलिक दहन के दिन खत्म हो रहा है। इसके बाद नये और हिंदी कैलेंडर के पहले माह चैत्र की शुरुआत हो जाएगी। बहरहाल, इस सप्ताह की बात करें तो धार्मिक लिहाज से होलाष्टक सहित एकादशी और प्रदोष की तिथि महत्वपूर्ण है। यहां देखें, इस हफ्ते (2 से 8 मार्च) के बीच पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट
रोहिणी व्रत: यह नक्षत्र पर आधारित व्रत है जो 2 मार्च को है। वैसे रोहिणी नक्षत्र 3 मार्च को प्रात: 10.28 बजे तक रहेगा। राजस्थान पंचांग अनुसार 3 मार्च को ये रहेगा।
होलाष्टक: ये कहीं 2 मार्च को तो कहीं 3 मार्च को लगेगा। उदया तिथि अनुसार 3 मार्च (मंगलवार) से होलाष्टक मानना उचित है। इस दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किये जाते। ये होली के 8 दिन पहले लगता है।
आमलकी एकादशी: ये व्रत 6 मार्च (शुक्रवार) को है। इस व्रत में चैत्ररथ राजा की कथा आती है। इसी राजा ने आमलकी एकादशी का व्रत किया। चैत्ररथ राजा ने नदी किनारे आंवले के वृक्ष के नीचे इस व्रत को किया। एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। आमलकी एकादशी पर आंवला के पेड़ के नीचे विष्णु जी की पूजा का विधान है। इस व्रत को करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शनि प्रदोष: ये 7 मार्च (शनिवार) को है। इस दिन त्रयोदशी तिथि है। हर माह के दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा की परंपरा है। इस बार प्रदोष व्रत शनिवार को पड़ने वाला है। इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। शनि के दोष से मुक्ति के लिए शनि प्रदोष का बड़ा महत्व है।