Mahavir Jayanti 2020: कब है महावीर जयंती? जानिए कौन थे महावीर स्वामी और उनसे जुड़ी कुछ जरूरी बातें
By मेघना वर्मा | Published: April 2, 2020 05:33 PM2020-04-02T17:33:50+5:302020-04-02T17:33:50+5:30
बताया जाता है कि महावीर स्वामी ने बहुत छोटी उम्र में अपने सुखी जीवन को त्याग दिया था और साधना की तरफ कदम रख चुके थे।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में हर साल स्वामी महावीर की जयंती मनाई जाती है। पूरी दुनिया में जैन धर्म के पंचशील कहे जाने वाले महावीर स्वामी ने हमेशा अंहिसा और सत्य को सही बताया। हर साल जैन धर्म के लोग बड़ी धूम से महावीर जयंती को सेलिब्रेट करते हैं।
इस पर्व को मनाने के लिए जैन मंदिरों को सजाया-संवारा जाता है। सिर्फ यही नहीं मंदिरों में शोभायात्रा भी निकाली जाती है मगर इस बार लॉकडाउन के चलते शोभायात्रा नहीं निकल पाएगी। आइए आपको बताते हैं कौन थे स्वामी महावीर और उनसे जुड़ी कुछ बातें-
छह अप्रैल को है महावीर जयंती
इस साल महावीर स्वामी की जयंती 6 अप्रैल को पड़ रही है। महवीर स्वामी का जन्म 599 ईसा पूर्व हुआ था। महावीर स्वामी का जन्म बिहार के वैशाली स्थित गांव के एक राजपरिवार में हुआ था। बचपन से परिवार की ओर से संपन्न होते हुए भी युवावस्था में आते उन्होंने संसार के मोह-माया को छोड़ दिया। इसके बाद वो सन्यासी बन गए।
साढ़े बारह वर्षों तक की थी साधना
महावीर स्वामी का मानना था कि यदि आपकी जरूरत किसी इंसान को है और आप उनकी मदद कर सकते हैं तो आपको हर संभव तरह से वो करना चाहिए। बचपन में महावीर जी का नाम वर्धमान था।
बताया जाता है कि उन्होंने बहुत छोटी उम्र में अपने सुखी जीवन को त्याग दिया था और साधना की तरफ कदम रख चुके थे। इसके लिए उन्होंने साढ़े बारह वर्षों की साधना की थी। इसी वजह से उनका नाम महावीर रख दिया गया था।
चार तीर्थों की स्थापना की
महावीर स्वामी ने साधु, साध्वी, श्रावक और श्राविका इन चार तीर्थों की स्थापना की थी। इसी वजह से महावीर स्वामी तीर्थंकर कहलाए। बता दें यहां तीर्थंकर का अर्थ लौकिक तीर्थों से नहीं बल्कि अहिंसा और सत्य की साधना द्वारा अपनी आत्मा को तीर्थ बनाने से है। इन उच्च विचारों के लिए आज भी महावीर स्वामी याद किए जाते हैं। साथ ही उनकी जयंती को धूम-धाम से मनाया जाता है।