Maa Vaishno Devi: एक नवंबर से 15000 श्रद्धालु कर पायेंगे माता वैष्णो देवी के दर्शन
By गुणातीत ओझा | Published: October 30, 2020 10:14 PM2020-10-30T22:14:39+5:302020-10-30T22:14:39+5:30
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि एक नवंबर से प्रतिदिन 15000 श्रद्धालुओं को माता वैष्णोदेवी धर्मस्थल पर दर्शन करने दिया जाएगा।
जम्मू। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि एक नवंबर से प्रतिदिन 15000 श्रद्धालुओं को माता वैष्णोदेवी धर्मस्थल पर दर्शन करने दिया जाएगा। पहले, कोविड-19 पाबंदियों की वजह से केवल 7000 श्रद्धालुओं को ही वहां जाने की अनुमति दी थी। नयी मानक संचालन प्रक्रिया में प्रशासन ने कहा, ‘‘ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों के तहत राज्य कार्यकारी समिति आदेश देती है कि दिशानिर्देश 30 नवंबर, 2020 तक जारी रहेंगे और बस उसमें थोड़ा बदलाव किया गया, अब एक नवंबर, 2020 से 7000 के बजाय 15000 श्रद्धालुओं को कटरा के एसएमवीडी धर्मस्थल जाने की जाने की इजाजत होगी।’’
त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित यह धर्मस्थल कोविड-19 महामारी के चलते करीब पांच महीने तक बंद रहने के बाद 16 अगस्त को खुला था। प्रारंभ में प्रशासन ने 2000 श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी थी जिसमें बाहर के बस 100 तीर्थयात्रियों को ही इजाजत थी। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यात्रा पंजीकरण काउंटरों पर भीड़ को रोकने के लिए श्रद्धालुओं का ऑनलाइन पंजीकरण जारी रहेगा। भवन, अर्धकुवारी और जम्मू में बोर्ड के लॉज सभी निर्धारित एसओपी के अनुपालन के साथ खुले हैं।
तीर्थयात्रा के दौरान प्रतिदिन एक हजार श्रद्धालु कर सकेंगे अयप्पा मंदिर के दर्शन
केरल के सबरीमला में दो महीने तक चलने वाली तीर्थयात्रा के लिये भगवान अयप्पा मंदिर के कपाट 16 नवंबर को खोल दिये जाएंगे। इस दौरान प्रतिदिन लगभग 1,000 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छुट्टियों और 'मकराविलक्कु' दिवस पर अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी। विजयन ने कहा कि मंडला-मकराविलक्कु मौसम के लिये मंदिर को खोले जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। कोविड-19 के चलते श्रद्धालुओं के लिये विशेष प्रबंध किये गए हैं। अयप्पा मंदिर को पांच दिवसीय मासिक पूजा के लिये 17 अक्टूबर को खोला गया था। उससे पिछले छह महीने तक मंदिर के कपाट बंद थे।