नये साल का आज पहला शनिवार, शनिदेव की नाराजगी से बचना है तो नहीं करें ये 5 काम, तीसरी बात अक्सर भूल जाते हैं सब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 4, 2020 08:41 AM2020-01-04T08:41:59+5:302020-01-04T08:41:59+5:30
शनि इस बार अपनी राशि बदल रहे हैं। वे साल के पहले ही महीने में मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में इसका प्रभाव सभी राशियों पर नजर आ सकता है।
आज नये साल 2020 का पहला शनिवार है। इस लिहाज से ये दिन महत्वपूर्ण भी है। शनिवार का दिन इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि साल के पहले ही महीने में शनि राशि परिवर्तन भी कर रहे हैं। शनि 23 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
शनि करीब ढाई साल में एक बार अपनी राशि बदलते हैं। ऐसे में ये बदलाव केवल मकर ही नहीं बल्कि दूसरी राशियों पर भी प्रभाव डालेंगा। ऐसे में जरूरी है कि आप शनिदेव के प्रकोप से बचे रहें और उन्हें खुश करने के तमाम कोशिशें करें। शनि को खुश रखने का एक तरीका इस दिन उनकी पूजा और दान आदि करना है।
शनिवार के दिन शनिदेव की काले तिल, फूल, धूप और तेल आदि से विशेष पूजा करनी चाहिए। यही नहीं, शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करने से भी लाभ मिलता है।
इन पूजा-पाठ के अलावा कुछ और ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें शनिवार के दिन नहीं करना चाहिए। अगर आप शनिवार को ऐसे काम करते हैं तो शनिदेव की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।
शनिवार के दिन नहीं करें ये 5 काम
1) अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव आपसे नाराज नहीं हों तो इस दिन नाखून या बाल आदि काटने से बचना चाहिए। साथ ही अपनी दाढ़ी (शेविंग) भी नहीं बनाएं।
2) शनिदेव को हम सभी अक्सर क्रोध का देवता मान कर चलते हैं। हालांकि, वे न्याय के देवता भी हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव आपसे नाराज नहीं हों और उनकी कृपा हमेशा बनी रहे तो किसी के साथ अन्याय नहीं करें।
3) मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन लोहे को घर में लाना वर्जित माना गया है। इस दिन लोहे या स्टील का कोई सामान खरीदने से बचना चाहिए। अगर आप भी घर में लोहे का कोई सामान लाने का मन बना रहे हैं तो इसे किसी और दिन के लिए टाल दें।
4) ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव को जानवरों से विशेष लगाव रहता है। इसलिए शनि को खुश करने के लिए जानवरों पर अत्याचार नहीं करे और उन्हें रोटी या दूसरी खाने की चीच खिलाएं।
5) शनिवार के दिन दान का विशेष महत्व है। इसलिए अपनी क्षमता अनुसार जरूर दान करें। आप इस दान को मंदिर में दे सकते हैं या फिर किसी जरुरतमंद व्यक्ति को भी कोई सामान, अन्न या तेल आदि दान में दे सकते हैं।