कैलाश मानसरोवर यात्रा 2018 की हुई सुखद शुरुआत काठगोदम पहुंचा भक्तों का सैलाब
By मेघना वर्मा | Published: June 13, 2018 08:31 AM2018-06-13T08:31:10+5:302018-06-13T08:37:00+5:30
उच्च हिमालयी क्षेत्र के वातावरण के अनुरूप यात्री खुद को ढाल सकें, इसलिए उन्हें नाभि गांव ले जाया जाएगा।
13 जून, नई दिल्ली - विदेश मंत्रालय की ओर से हर साल करवाई जाने वाली कैलाश मानसरोवर की इस साल की यात्रा शुरू हो चुकी है। बता दें कि हर साल सरकार दो रास्तों से ये यात्रा पूरी कराती है। जून से सितंबर तक के महीने में होने वाली इस यात्रा में भगवान शिव के भक्तों का अलग ही रंग देखने को मिलता है। इस साल की यात्रा की शुरूआत भी मंगलवार से हो चुकी है। यात्रियों का पहला दल मंगलवार को काठगोदाम पहुंच गया। जहां केएमवीएन के एमडी धिराज गर्बियाल, जीएग टीएस मार्तोलिया ने उनका स्वागत किया। यहां पहुंचते ही हर-हर महादेव और बोल बम की गूंज चारों दिशाओं में फैल गई।
बता दें बाबा कैलाश के दर्शन करने के लिए तैयार किए गए पहले दल में 42 पुरूष और 17 महिलाओं समेत कुल 59 यात्री शामिल हैं। इन सभी में ज्यादातर यात्री दिल्ली से हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के साथ चड़ीगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, केरल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के भी यात्री शामिल हैं। हर साल की तरह इस साल भी सरकार इस यात्रा को लेकर काफी गंभीर है और सुरक्षा के साथ सभी चीजों के बेहतर प्रबंध किए गए हैं।
21 दिन की होगी पूरी यात्रा
उच्च हिमालयी क्षेत्र के वातावरण के अनुरूप यात्री खुद को ढाल सकें, इसलिए उन्हें नाभि गांव ले जाया जाएगा। 17 जून को यात्रियों को वापस गुंजी लाया जाएगा। इसी दिन यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। जांच में स्वस्थ पाए जाने पर यात्रियों को आगे की यात्रा की अनुमति दी जाएगी। पूरी यात्रा 21 दिन की होगी। उच्च हिमालयी क्षेत्र में यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा आईटीबीपी के पास है।