कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गये। पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार सिंधिया को दोपहर 12.30 बजे बीजेपी में शामिल होना था। हालांकि, इसमें देरी हुई। सिंधिया दोपहर 2.30 बजे के बाद दिल्ली में मौजूद बीजेपी मुख्यालय पहुंचे और फिर पार्टी की सदस्यता ली।
इस बीच बेंगलुरू से लेकर दिल्ली तक कई राजनीतिक घटनाक्रम और बयानबाजी भी होती रही। ऐसे में ये बात उठने लगी कि आखिर सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने में देरी क्यों हो रही है। कहा जा रहा है कि सिंधिया ने राहु काल खत्म होने और शुभ मुहूर्त शुरू होने का इंतजार करते हुए इसमें देरी की।
राहु काल के कारण सिंधिया की बीजेपी में एंट्री में हुई देरी
पंचांग के अनुसार 11 मार्च को दिल्ली में राहु काल दिन में 12.31 बजे से 2.00 बजे के बीच था। वहीं, शुभ माने जाने वाले विजय मुहूर्त की शुरुआत 2.30 बजे से हो रही थी। विजय मुहूर्त 2.30 बजे से 3.17 के बीच था। बता दें कि राहु काल को अशुभ माना गया है। हिंदू मान्यताओं में इस समय नये काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। ज्योतिष को मानने वाले लोगों के अनुसार राहु काल में कोई नया काम शुरू करने से सफलता नहीं मिलती है।
सिंधिया ने मंगलवार को की थी पीएम मोदी से मुलाकात
सिंधिया ने होली के दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।
सिंधिया ने मंगलवार को ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया। सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है। समझा जाता है कि सिंधिया को राज्यसभा भेजे जा सकता है और उन्हें बाद में केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।
(पीटीआई इनपुट)