Holi 2024 Date: 24 या 25 मार्च कब है होली? अभी जानें तिथि, होलाष्टक, होलिका दहन मुहूर्त, पूजा विधि
By रुस्तम राणा | Published: January 30, 2024 05:48 PM2024-01-30T17:48:20+5:302024-03-19T16:14:22+5:30
Holi 2024 Date: इस वर्ष होली का त्योहार 25 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। जबकि इसके एक दिन पहले 24 मार्च 2024 को होलिका दहन है। होली उत्सव से आठ दिन पहले होलाष्टक लगेगा। होलाष्टक 17 मार्च 2024 से लग जाएगा।
Holi Date 2024:होली रंगों का त्योहर है। यह प्रेम,यौवन, उमंग और भाईचारे का त्योहार है। रंग,अबीर, गुलाल, गुजिया, मिष्ठान और फाल्गुन के गीत इस त्योहार की खास पहचान है। यह त्योहार प्रति वर्ष फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के अगले दिन मनाया जाता है। होली के एक दिन पूर्व यानी फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है। जबकि होली से 8 पूर्व होलाष्टक प्रारंभ हो जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। आइए जानते हैं, साल 2024 में होली की तिथि और होलिका दहन का मुहूर्त कब है।
होली 2024 (Holi 2024 Date) कब है?
इस वर्ष होली का त्योहार 25 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। जबकि इसके एक दिन पहले 24 मार्च 2024 को होलिका दहन है। होली उत्सव से आठ दिन पहले होलाष्टक लगेगा। होलाष्टक 17 मार्च 2024 से लग जाएगा।
होलिका दहन 2024 मुहूर्त (Holika Dahan 2024 Puja Muhurat)
फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर यानी साल 2024 के 24 मार्च की सुबह 09.54 मिनट पर शुरू हो रही है। इसके बाद अगले दिन यानी 25 मार्च 2024 को दोपहर के 12.29 मिनट पर खत्म भी हो जाएगी।
होलिक दहन का समय - रात 11.13 बजे से - देर रात 12.07 बजे तक रहेगा (24 मार्च 2024)
अवधि 1 घंटा 14 मिनट
होलिका दहन 2024 पर भद्रा काल (Holika Dahan 2024 Bhadra Kaal)
होलिका दहन के समय भद्रा काल एक बार जरूर चेक कर लें. फाल्गुन पूर्णिमा की शाम के समय गोधूलि बेला में भद्रा का प्रभाव यदि दिखता हो तो होलिका दहन न करें। साल 2024 में भद्रा का साया होलिका दहन के समय नहीं है।
भद्रा पूँछ - सायं 06.33 बजे से - रात 07.53 बजे तक
भद्रा मुख - रात 07.53 बजे से - रात 10.06 बजे तक
होलिका दहन की विधि (Holika Dahan 2024 Puja Vidhi)
होलिका दहन के लिए लकड़ी, कंडे या उपले एक जह एकत्रित करें। इन सारी चीजों को शुभ मुहूर्त में जलाएं। इसमें छेद वाले गोबर के उपले, गेंहू की नई बालियां और उबटन डालें। ऐसी मान्यता है कि इससे साल भर व्यक्ति को आरोग्य कि प्राप्ति हो और सारी नकारात्मक शक्तियां इस अग्नि में भस्म हो जाती हैं। होलिका दहन पर लकड़ी की राख को घर में लाकर उससे तिलक करने की परंपरा भी है।