Hariyali Teej 2019: हरियाली तीज का व्रत आज है। इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही घर और परिवार में खुशहाली की भी कामना करती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विशेष विधान है। कई क्षेत्रों में कुंवारी लड़कियां भी अच्छे पति की कामना के लिए हरियाली तीज का व्रत करती है। मान्यता है कि कठोर तपस्या के बाद माता पार्वती ने हरियाली तीज के दिन ही भगवान शिव को पति के रूप पाया था। इस लिहाज से भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में हरियाली तीज का व्रत हर साल सावन माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
हरियाली तीज 2019: पूजा का शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 31 मिनट से शुरू होगा और यह रात 10 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
हरियाली तीज 2019: व्रत के नियम क्या हैं?
- मान्यता है कि हरियाली तीज का व्रत अगर आपने करना शुरू कर दिया है तो इसे ताउम्र करना चाहिए। एक बार व्रत रखने के बाद इसे दोबारा किसी साल नहीं छोड़ना चाहिए।
- अगर पत्नी बीमार है तो पति भी इस व्रत को कर सकता है।
- इस दिन घर में क्लेश को न करें। व्रत के दौरान गुस्सा नहीं करना चाहिए और न ही बुजुर्गों का अपमान करें। ऐसा करने से व्रत का पुण्य फल नहीं मिलता है।
- व्रत को अगले दिन विधि पूर्वक पूजा करने के बाद तोड़े।
Hariyali Teej 2019: हरियाली तीज की परंपरा
इस मौके पर महिलाओं के मायके से उनके लिए श्रृंगार की चीजें जैसे मेहंदी, चूड़ी, बिंदी आदि भेजने का रिवाज है। सासू मां भी अपने बहुओं को नई साड़ी और कपड़े आदि भेंट करती है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाती है और 16 श्रृंगार करती हैं। घर में पकवान बनाये जाते हैं और तीज माता का पूजन किया जाता है। इस दिन महिलाएं तीज मिलन करती हैं बुजुर्ग महिलाओं से सुखद जीवन के लिए आशीर्वाद लेती हैं।