लोस सेवा धनत्रयोदशी के पर्व के साथ ही 5 नवंबर से दीपों के पर्व का शुभारंभ हो रहा है. कई शुभ संकेत इस बार यह पर्व लेकर आया है. ज्योतिषियों के अनुसार व्यापार क्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं.
धनतेरस की बात करें तो इस दिन सुबह से ही सोम प्रदोष के साथ हस्त नक्षत्र का संयोग बन रहा है. यह संयोग शुभ फलदायी होगा. मां लक्ष्मी के साथ-साथ देवता कुबेर और यमराज का पूजन घरों और प्रतिष्ठानों में किया जाएगा.
चांदी, शुभ्र वस्तुएं, चमकीली वस्तुएं, धातुएं, भूमि, वाहन आदि अनुबूझे मुहूर्त पर खरीदी उत्तम फल प्रदान करेगी. इसके अलावा व्यापारी इस दिन शुभ मुहूर्त पर बहीखातों की खरीदी करेंगे. दिवाली पर पूजन के साथ नए बहीखातों का शुभारंभ होगा.
पं. उमेश तिवारी के अनुसार सोमवार भगवान शिव का दिन माना जाता है और प्रदोष से इसकी महत्ता बढ़ जाती है. हस्त नक्षत्र खरीदी के उत्तम मुहूर्त में से एक है. राहुकाल का समापन भी सुबह हो रहा है. ऐसे में पूरा दिन खरीदी के लिए उत्तम है.
यदि विशेष मुहूर्त की बात करें तो शाम 4:30 से 6:30 बजे तक है. इसके अलावा स्थित लग्न वृषभ शाम 6:10 बजे से 8:04 बजे तक है. इसके अलावा खरीदी का शुभ मुहूर्त प्रात: 9 बजकर 5 मिनट से 10 बजकर 30 मिनट तक, दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक भी है.