Dhanteras 2019: इस धनतेरस है 'ब्रह्म सिद्ध महायोग', 13 गुना बढ़ जाएगी आपकी संपत्ती-जानिए कैसे
By मेघना वर्मा | Published: October 25, 2019 10:17 AM2019-10-25T10:17:26+5:302019-10-25T10:17:26+5:30
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है। दिवाली से पहले कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाने वाले धनतेरस को लेकर भी काफी मान्यताएं हैं।
देश भर में आज धनतेरस का शुभ पर्व मनाया जा रहा है। लोग जहां एक ओर खरीददारी में व्यस्त हैं वहीं दूसरी ओर लोग दिवाली के लिए भी तैयारियों में जुटे हैं। इस साल दिवाली 27 अक्टूबर को मनायी जाएगी। वहीं धनतेरस के दिन खरीददारी करने का भी काफी प्रचलन है। माना जाता है कि इस दिन नया सामान खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
ज्यादातर लोग इस दिन अपने घर में नए बर्तन और सोने चांदी की नयी चीजें खरीद कर लाते हैं। सिर्फ यही नहीं धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है। दिवाली से पहले कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाने वाले धनतेरस को लेकर भी काफी मान्यताएं हैं। माना जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान, अमृत का कलश लेकर धन्वन्तरी प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन धन्वन्तरि देव की उपासना भी की जाती है।
वहीं ज्योतिषाचार्य के अनुसार धनतेरस के दिन इस साल महासंयोग बन रहा है। जिसमें खरीददारी करने से खूब फल मिलेगा। सालों से धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है। इस बार धनतेरस पर आप किसी भी तरह की चल या अचल संपत्ति खरीदते हैं तो आपकी संपत्ति में कई गुना वृद्धि हो सकती हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस दिन व्यापारी नए बही-खाता भी खरीद सकते हैं।
इन बही-खातों की पूरी विधि-विधान से पूजा करें और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद जरूर लें। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर और मृत्युदेव यमराज की पूजा की जाती है।
धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त
शाम- 07:08 से 08:31 तक
प्रदोष काल- 05:58 PM से 08:31 PM
वृषभ काल- 07:07 PM to 09:02 PM
त्रयोदशी तिथी की शुरुआत - 25 अक्टूबर को 07:08 PM बजे
त्रयोदशी तिथी खत्म - 26 अक्टूबर को 03:46 PM बजे
खरीददारी करने की सही तिथि
सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त- 06:43 PM से 07:08 PM तक
इस मुहूर्त में यदि आप सोना खरदीते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जा सकता है। वहीं आप अन्य सामान भी इसी समय पर खरीद सकते हैं। माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती हैं।