चाणक्य नीति: अगर जान लेंगे चाणक्य के ये 5 मंत्र तो धन की कभी नहीं होगी कमी
By रुस्तम राणा | Published: October 2, 2021 11:17 AM2021-10-02T11:17:05+5:302021-10-02T11:24:28+5:30
संकट के समय धन बहुत काम आता है। इसलिए आचार्य चाणक्य ने धन को सच्चा मित्र बताते हुए इसे संचय करने की बात कही है। धन को हमेशा ईमानदारी से कमाना चाहिए और सही जगह पर निवेश करना चाहिए।
ईसा पूर्व आचार्य चाणक्य द्वारा रचा गया चाणक्य नीति शास्त्र आज भी तार्किक और प्रासांगिक नजर आता है। इसमें आचार्य चाणक्य के द्वारा बताई गई बातें लोगों के कल्याण के लिए बहुत उपयोगी हैं। अगर कोई व्यक्ति चाणक्य नीति शास्त्र में बताई गई बातों का पालन कर ले तो वह सफलता के शिखर बिंदु तक पहुंच सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में अर्थ प्रबंधन, धन संचय के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई हैं जो इस प्रकार हैं-
1. धन है सच्चा मित्र
धन व्यक्ति का सच्चा मित्र होता है। संकट के समय धन बहुत काम आता है। इसलिए आचार्य चाणक्य ने धन को सच्चा मित्र बताते हुए इसे संचय करने की बात कही है। धन को हमेशा ईमानदारी से कमाना चाहिए। धन को सही जगह पर निवेश करना चाहिए।
2. धन का सही जगह करें निवेश
अर्थशास्त्र को लिखने वाले आचार्य चाणक्य के अनुसार, धन का निवेश सही करना असल समझदारी है। सही निवेश आपको धन संचय में मदद करता है। उसे कमाना और उसको पूरा बचाना मूर्खता है। उन्होंने घर में रखे धन की तुलना पानी से करते हुए कहा है कि जिस तरह एक जगह जमा पानी इस्तेमाल न हो तो सड़ जाता है, उसी तरह धन का निवेश न हो, तो धन बर्बाद हो जाता है।
3. पैसे को पानी की तरह न बहाएं, जरूरत के हिसाब से करें खर्च
पैसा कमाना आसान होता है, लेकिन उसे बचाना मुश्किल होता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार, पैसे को कभी पानी की तरह बहाने की गलती नहीं करनी चाहिए। अपनी जरूरत के हिसाब से ही धन खर्च करना चाहिए। बुरे वक्त में धन सहारा बनता है।
4. वित्तीय लक्ष्य करें तय
आचार्य चाणक्य के अनुसार, सबसे पहले आपका वित्तीय लक्ष्य तय होना चाहिए। जब तक आपका लक्ष्य तय नहीं होगा, आप धन की कमी को कभी दूर नहीं कर पाएंगे। वहीं आपको ऐसी जगह धन कमाना चाहिए जहां आपके सामने धन कमाने के अधिक अवसर हों।
5. धन का जरूर करें दान
आचार्य चाणक्य के अनुसार, धन कमाने वाले को उसका कुछ हिस्सा दान जरूर करना चाहिए। धन का दान करने से जहां जरूरतमंदों को मदद मिलती है वहीं उनकी दुआएं आपकी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करवाती हैं।