Buddha Purnima 2023: कब है बुद्ध पूर्णिमा? जानें सही तारीख और शुभ मुहूर्त
By अंजली चौहान | Published: April 29, 2023 05:03 PM2023-04-29T17:03:14+5:302023-04-29T17:29:22+5:30
बौद्ध धर्म और हिंदुओं द्वारा मनाई जाने वाली बुद्ध पूर्णिमा इस साल मई महीने की 5 तारीख को मनाई जाने वाली है।
Buddha Purnima 2023: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बेहद खास महत्व है। पूर्णिमा तिथि को सुख-संपदा और वैभव को बढ़ाने वाला माना जाता है।
वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध के प्रकट होने के इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस साल भगवान बुद्ध की 2585वीं जयंती मनाई जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख दूसरा महीना माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के 9वें अवतार भगवान गौतम बुद्ध के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
इसे ही बुद्ध पूर्णिमा या बुद्ध जंयती कहा जाता है। इस दिन नदी में स्नान और दान, पूजा-पाठ का काफी महत्व है और माना जाता है कि इस दिन भगवान की विशेष कृपा होती है।
बुद्ध पूर्णिमा की सही तारीख
इस साल बुद्ध पूर्णिमा 5 मई, 2023 को मनाई जाएगी।
वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 4 मई, गुरुवार, रात्रि 11:44 मिनट
वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष तिथि समाप्त: 5 मई, शुक्रवार, रात्रि 11:03 मिनट
वैशाख पूर्णिमा पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 मिनट तक है।
स्नान समय: सुबह 04:12 से सुबह 04:55 तक
बुद्ध पूर्णिमा का इतिहास और महत्व
भारत समेत दुनिया के कई देशों में बौद्ध और हिंदू धर्म के लोग बुद्ध पूर्णिमा को मनाते हैं। गौतम बुद्ध का जन्म राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के रूप में 563 ईसा पूर्व में पूर्णिमा के दिन हुआ था।
इनकी जन्म स्थली लुंबिनी (वर्तमान नेपाल क्षेत्र) है। यही वजह है कि उनकी जयंती के दिन को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है या वैशाख पूर्णिमा।
बुद्ध जयंती को बौद्ध धर्म के लोग बहुत धूम धाम से मनाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को आत्मज्ञान प्राप्त हुआ था।
वैशाख पूर्णिमा पर कूर्म जयंती भी मनाई जाएगी। पृथ्वी को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार लिया था।
बता दें कि बुद्ध पूर्णिमा का पर्व तिब्बत, इंडोनेशिया, जावा, कंबोडिया, म्यांमार, श्रीलंका, मंगोलिया में एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है जिसे 'वेसाक' के रूप में मनाते हैं।
(Disclaimer: यहां लिखे गए आर्टिकल में मौजूद जानकारियों की लोकमत हिंदी पुष्टि नहीं करता है। यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है कृपया किसी भी मान्यता को मानने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)