अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने 557 दिनों के बाद आज तोड़ा अपना उपवास
By एस पी सिन्हा | Published: January 28, 2023 05:15 PM2023-01-28T17:15:14+5:302023-01-28T17:17:25+5:30
झारखंड राज्य दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि महापारणा महोत्सव में शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, फिलीपींस की महारानी इसाबेला, योग गुरु रामदेव, नेपाल के सांसद प्रकाश मानसिंह समेत कई प्रसिद्ध लोग शामिल हुए।
गिरिडीह: अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने 557 दिनों के बाद मधुबन स्थित पारसनाथ पर्वत पर महापारणा किया। इस दौरान सम्पूर्ण पारसनाथ पर्वत महाराज के जयकार से गूंज उठा। बच्चे, बूढ़े एवं महिलाएं सभी महाराज के झलक पाने को बेताब दिख रहे थे। महाराज ने गुफा से निकलकर सभी का अभिनन्दन किया और मंदिर के बाहर सीढ़ी पर खड़े होकर महापारना किया। वहीं कुछ देर खड़े रहने के बाद डोली के जरिये महाराज नीचे उतरना शुरू किया गया। जगह- जगह पर महाराज पर पुष्प बरसाकर एवं ढोल नगाड़े बजाकर उनका स्वागत किया गया।
झारखंड राज्य दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि महापारणा महोत्सव में शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, फिलीपींस की महारानी इसाबेला, योग गुरु रामदेव, नेपाल के सांसद प्रकाश मानसिंह समेत कई प्रसिद्ध लोग शामिल हुए। सभी लोग तीर्थ स्थल शिखरजी में आयोजित प्रसन्न सागर जी महाराज का महापारना महोत्सव में भाग लेने आये थे।
दरअसल, पिछले 557 दिन से प्रसन्न सागर जी महाराज मौन व्रत धारण किए हुए थे। उन्होंने आज अपने उपवास को तोड़ा है। इसके बाद आज से महापारणा का कार्यक्रम शुरू हुआ, फिर 29 जनवरी से पांच कल्याणक महोत्सव शुरू होगा। महापारणा को आकर्षक व धार्मिक बनाने के लिए जैन समाज कोई कसर नहीं छोड़ा है। साज-सज्जा तो हुई ही है। इतना ही नही 557 दिनों के उपवास व मौन साधना में रहने वाले प्रसन्न सागर जी महाराज को गुरु मानकर उनको भी लोग पूज रहे हैं।