माघ महीना, हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण बताया गया है। इस महीने में पड़ने वाली मौनी अमावस्या को बेहद शुभ माना जाता है। बताया गया है कि इस दिन जो जातक अपनी क्षमता अनुसार पूजा-पाठ करता है उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। इस वर्ष 24 जनवरी, शुक्रवार को पड़ रही है। इसे माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
मौनी अमावस्या को लेकर ये भी कहा जाता है कि इस दिन देवता रूप बदलकर धरती पर आते हैं और प्रयागराज के संगम में स्नान करते हैं। यही नहीं इस दिन पितृगण भी पितृलोक से संगम में स्नान करने आते हैं। इस तरह इस दिन देवताओं और पितरों का भी संगम होता है। ऐसे में इस दिन किया गये दान, यज्ञ और हवन का बहुत फल मिलता है।
मौनी अमावस्या के दिन कुछ खास तरह के उपाय और कुछ खास तरह की पूजा करके आप अपने रिश्तों को भी सुधार सकते हैं। खासकर अगर आपकी नई शादी हुई हो तब तो आप अपने पति के साथ मिलकर मौनी अमावस्या वाले दिन पूजा-प्रतिष्ठा कर सकते है। इससे आपके रिश्ते में सुधार होगा। साथ ही कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें इस मौनी अमावस्या वाले दिन पति-पत्नी को करने से बचना चाहिए।
आईए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम और क्या-क्या बरतनी चाहिए आपको सावधानियां।
1. पति-पत्नी मौन रहकर करें व्रत
मौनी अमावस्या का नाम मौनी इसलिए भी पड़ा क्योंकि इस दिन मौन रहकर व्रत किया जाता है। व्रत का संकल्प लेने वाला साधक पूरे दिन तक कुछ नहीं कहा सकता। उसे शांत रहकर ईश्वर को अपना समय देना होता है। इस बार आप भी अपने पति के साथ मौन रहकर व्रत करें। इससे आपके रिश्ते में सौम्यता बढ़ेगी।
2. पति-पत्नी साथ में लें डुबकी
मौनी अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में डुबकी लगाना भी बेहद शुभ माना जाता है। पति-पत्नी साथ में मिलकर पवित्र नदी में डुबकी जरूर लगाएं ऐसा करने से आप दोनों के ही रिश्ते में सुधार होगा और आप दोनों का मन शांत रहेगा।
ना करें ये काम
1. ऐसी जगहों से दूर रहें
मौनी अमावस्या या किसी भी अमावस्या के दिन श्मशान, कब्रिस्तान जैसी जगहों से दूर रहना चाहिए। अमावस्या की रात बुरी ताकतें सक्रीय हो जाती हैं, ऐसे में इन जगहों के पास जाना भी जोखिम भरा होता है। इसके अलावा अमावस्या की रात श्मशान में तांत्रिक साधनाएं भी होती हैं।
2. स्नान में ध्यान रखें ये बातें
मौनी अमावस्या के दिन सुबह देर तक सोते रहने से अशुभ प्रभाव होते हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र जल से स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद पूजा-पाठ आदि कर्म भी करने चाहिए। स्नान करते समय मौन रहें। यह जरूरी होता है।
3. पति-पत्नी ये काम ना करें
मौनी अमावस्या पर पूजा-पाठ आदि की विशेष महत्व होता है। संभोग जैसी क्रियाएं हमें इससे दूर करती हैं। शुभ फल पाना हो तो मौनी अमावस्या के दिन पति-पत्नी शारीरिक रूप से एक-दूसरे से दूरी बनाए रखें। मान्यता है कि इस दिन संभोग करने से पितृगण नाराज होते हैं।