हिन्दू धर्म में किसी भी तरह के ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता। ग्रहण के दौरान कुछ विशेष तरह के कार्यों को करने की भी मनाही होती है। इस साल का पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण है जो कल यानी 10 जनवरी को लगने जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। यहां तक कि मंदिर के कपाट भी बंद कर दिये जाते हैं।
माना जाता है कि ग्रहण काल में कुछ नाकारात्मक शक्तियां हम पर हावी हो जाती हैं जिनकी वजह से हमें समस्याओं को झेलना पड़ता है। इसीलिए ग्रहण काल के दौरान बहुत से शास्त्रीय नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जिन्हें आपको ग्रहण के दौरान नहीं करना चाहिए।
ग्रहण काल के दौरान ना करें ये 7 काम
1. शास्त्रों की मानें तो ग्रहण काल के शुरू होने से खत्म होने के बीच कभी भी किसी भी भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए। फिर चाहे वो पूजा के उद्देश्य से हो या साफ-सफाई के उद्देश्य से।
2. ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का खाना या अन्न नहीं ग्रहण करना चाहिए। अगर कोई अंजान व्यक्ति भी आपको कुछ खाने को दे तो उसे नहीं लेना चाहिए। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान सभी टोने-टोटके खूब किए जाते हैं।
3. अगर आप गर्भवती हैं तो आपको खासकर सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। ग्रहण के समय आप पर किसी भी गलत छाया का का प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। इससे आपके शिशु पर बुरा असर पड़ता है। गर्भवती महिला को अपने पास हमेशा नारियल जरूर रखना चाहिए।
4. पति-पत्नी को ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह से शारिरिक संबध नहीं बनाना चाहिए। प्रेम प्रसंग से बचना चाहिए। ऐसा करना बेहद अशुभ और कष्टदायक भी माना जाता है। इससे आपकी होने वाली संतान पर भी आगे चलकर बुरा असर पड़ सकता है।
5. किसी भी गरीब या जरूरतमंद की मदद करें उनकी किसी भी तरीके से तिरस्कार या अपमान ना करें। मान्यता है कि गरीबों और असहाय की मदद करने से आप पर शनिदेव की बुरी नजर नहीं पड़ती।
6. ग्रहण काल के दौरान किसी भी अकेली या सुनसान जगह पर ना जाएं जैसे श्मशान घाट पर। माना जाता है कि ग्रहण के समय नकारात्मक शक्तियां काफी बढ़ जाती हैं। इसलिए घर पर रहकर भगवान का नाम जपना चाहिए।
7. ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। अगर आप कुछ नया खरीदने का सोच रहे हैं तो ये ख्याल मन से बिल्कुल निकाल दें। छोटी से छोटी चीज भी ग्रहण के दौरान ना खरीदे।
Lunar Eclipse 2020: चंद्र ग्रहण कितने बजे से है
इस उपछाया चंद्र ग्रहण प्रारंभ 10 जनवरी की रात को 10.39 बजे से हो रहा है। यह करीब चार घंटे का रहेगा और रात 2.42 बजे खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण को भारत समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। इस ग्रहण के दौरान ही पंचाग के अनुसार हिंदी माह माघ की भी शुरुआत होगी। हालांकि, 10 जनवरी को लगने जा रहे साल के पहले चंद्र ग्रहण में सूतक नहीं लगेगा। इसके मायने ये हुए इस दौरान न तो मंदिरों के कपाट बंद होंगे और न ही किसी धार्मिक कार्य या मूर्ति आदि क छूने की मनाही होगी।