मुख्तार अंसारी को लेकर क्यों भिड़े हैं भगवंत मान और अमरिंदर सिंह? जानिए क्या है पूरा मामला
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 4, 2023 11:48 AM2023-07-04T11:48:44+5:302023-07-04T11:50:31+5:30
भगवंत मान ने कहा कि वह गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार को पंजाब की जेल में रोक कर रखने के लिए वकील की फीस के रूप में चुकाए गए 55 लाख रुपये की वसूली करेंगे। इसके बाद से ही सुखजिंदर सिंह रंधावा और अमरिंदर सिंह ने मान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर पंजाब की भगवंत मान सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह एवं कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा आमने सामने हैं। पंजाब सरकार ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा को वसूली का नोटिस जारी किया। इसके बाद भगवंत मान ने कहा कि वह गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार को पंजाब की जेल में रोक कर रखने के लिए वकील की फीस के रूप में चुकाए गए 55 लाख रुपये की वसूली करेंगे।
इसके बाद से ही सुखजिंदर सिंह रंधावा और अमरिंदर सिंह ने मान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। रंधावा ने नोटिस की एक प्रति सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि वह भगवंत मान के खिलाफ "चरित्र हनन" के लिए मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश में कई मामलों में वांछित है। यूपी की योगी सरकार मुख्तार को वापस लाना चाहती थी लेकिन वह इससे बचने के लिए जनवरी 2019 से अप्रैल 2021 तक पंजाब रूपनगर की जेल में था। तब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा थे। पंजाब सरकार ने मुख्तार को उत्तर प्रदेश भेजने से मना किया तो यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।
सुप्रीम कोर्ट में भी पंजाब सरकार ने मुख्तार को यूपी भेजने से रोकने के लिए वकील की फीस के रूप में 55 लाख रुपये खर्च किए। उच्चतम न्यायालय ने पंजाब सरकार को अंसारी की हिरासत उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का निर्देश दिया था। अब शुरू हुआ पूरा विवाद इसी 55 लाख रुपये के भुगतान को लेकर है। पंजाब की मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल में रखने और दोस्ती निभाने के लिए उसका मुकदमा उच्चतम न्यायालय में लड़ने पर खर्च हुए 55 लाख रुपये का भुगतान पंजाब सरकार के खजाने से नहीं किया जाएगा
भगवंत मान ने कहा है कि यह सरकारी खजाने का दुरुपयोग और जनता के पैसों की लूट है। भगवंत मान का आरोप है कि अमरिंदर सिंह और रंधावा दोनों ने पंजाब की जेल में मुख्तार को सुविधाएं मुहैया कराई थीं।
हालांकि इस पर पलटवार करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि भगवंत मान को ऐसे बयान जारी करने से पहले कानून और जांच की प्रक्रिया के बारे में जान लेना चाहिए। वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भगवंत मान के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी है।