सोनिया गांधी इस्तीफे पर अटल, केसी वेणुगोपाल से चुनाव प्रक्रिया शुरू करने को कहा
By हरीश गुप्ता | Updated: August 24, 2020 09:29 IST2020-08-24T06:59:38+5:302020-08-24T09:29:41+5:30
सोनिया ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों तक यह सूचना पहुंचाने को कहा है कि वह पद पर बने नहीं रहना चाहतीं और पद छोड़ रही हैं. कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य अविनाश पांडे ने कहा कि वक्त आ गया है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाले.

फाइल फोटो
नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पद छोड़ने के फैसले पर अटल रहते हुए पार्टी के महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल और अन्य चुनिंदा नेताओं से नई चुनाव प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. सोनिया ने कहा कि वह अंतरिम अध्यक्ष पद का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं और पद पर बने रहने का उनका कोई इरादा नहीं है. सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में नेतृत्व का मुद्दा ही प्रमुख रहने की संभावना है. यह वर्चुअल बैठक सुबह 11.00 बजे शुरू होगी.
उल्लेखनीय है कि लोकमत समाचार ने आज ही सबसे पहले सोनिया गांधी की इस्तीफे की तैयारी का समाचार प्रकाशित किया था. सोनिया ने यह फैसला कुछ नेताओं द्वारा उन्हें खत लिखकर पार्टी के कामकाज और भविष्य पर सवाल उठाए जाने के बाद लिया था. इस बात का खुलासा हुआ है कि तकरीबन दो दर्जन कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें पत्र लिखकर नेतृत्व में परिवर्तन की मांग की थी.
एक सूत्र ने बताया कि सोनिया ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों तक यह सूचना पहुंचाने को कहा है कि वह पद पर बने नहीं रहना चाहतीं और पद छोड़ रही हैं. कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य अविनाश पांडे ने कहा कि वक्त आ गया है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाले.
कोई जानकारी नहीं: सुरजेवाला
इस बीच कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. कांग्रेस मुख्यालय के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ''श्रीमती गांधी ने ऐसा कोई बयान या इंटरव्यू नहीं दिया है जिसमें नेतृत्व परिवर्तन की बात की गई हो.'' वैसे अब यह स्पष्ट हो चुका है कि सोनिया गांधी सोमवार को विस्तारित कार्यसमिति को अगली योजना के बारे में बताएंगी.
कार्यसमिति में 21 सदस्य, 16 स्थायी सदस्य और 12 विशेष आमंत्रित होंगे. 23 नेताओं का खत कांग्रेस के 23 नेताओं द्वारा लिखे गए खत को सोनिया गांधी समर्थक शक्तिशाली धड़े का राहुल गांधी से प्रतिदिन ट्वीट के जरिये पार्टी के संचालन नहीं करने को कहने का प्रयास माना जा रहा है. यह नेता चाहते हैं कि या तो राहुल पार्टी की कमान थामें या फिर बिना वरिष्ठ नेताओं से सलाह-मशविरे के मोदी सरकार के खिलाफ प्रतिदिन अजेंडा कायम न करें.