शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की पहली जीत, परली में सरपंच उपचुनाव में भाजपा को किया पराजित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2019 05:57 PM2019-12-09T17:57:43+5:302019-12-09T17:57:43+5:30
शिवसेना ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर एमवीए का गठन किया है और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार का गठन किया है।
शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नव गठित महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के सरपंच उम्मीदवार ने बीड जिले के परली में भाजपा के उम्मीदवार को हरा दिया। गठबंधन की यह पहली चुनावी जीत है।
शिवसेना ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर एमवीए का गठन किया है और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार का गठन किया है।
एमवीए की उम्मीदवार अशरुबाई किरावाले ने सिरसाला गांव में रविवार को हुए सरपंच चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी आशाबाई चोपाडे को हराया। दिलचस्प है कि परली में ही विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की पंकाजा मुंडे और राकांपा नेता एवं उनके चचरे भाई धनंजय मुंडे के बीच तीखा मुकाबला हुआ था, जिसमें धनंजय मुंडे ने जीत हासिल की।
भाजपा के दिवंगत वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के कई अहम नेताओं ने रैलियां की थी। इसके बावजूद उन्हें अपने चचरे भाई से शिकस्त खानी पड़ी। एमवीए की प्रत्याशी की जीत के बाद, धनंजय मुंडे ने एक बयान में कहा, ‘‘पूरी परली तहसील में सिरसाला सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है।
सरपंच पद के लिए उपचुनाव कल हुए थे और आज परिणाम आए। यह एमवीए की पहली ऐसी जीत है।’’ बयान में बताया गया है कि किरावाले ने 1395 मतों के अंतर से चुनाव जीता है।