'कांग्रेस की पुडुचेरी सरकार गिराने की साजिश मोदी-शाह के इशारे पर किरन बेदी ने रची थी'
By शीलेष शर्मा | Published: February 22, 2021 06:23 PM2021-02-22T18:23:36+5:302021-02-22T18:25:47+5:30
पार्टी प्रभारी ने दावा किया कि कांग्रेस इस रहस्य को जनता के बीच उजागर करेगी और चुनाव जीत कर सत्ता में लौटेगी।
नयी दिल्ली ,22 फ़रवरी। पुडुचेरी में नारायणसामी सरकार के पतन के बाद दक्षिण भारत में कांग्रेस सत्ता के नक्शे से साफ़ हो गयी है ,इससे पहले मोदी -शाह की जोड़ी कांग्रेस को पूर्वोत्तर के नक्शे से साफ़ कर चुकी है।
कांग्रेस सरकार को पुडुचेरी में गिराने की व्यूह रचना तत्कालीन उप राज्यपाल किरन बेदी पुडुचेरी छोड़ने से पहले कर चुकी थी ,इसकी पुष्टि करते हुये नारायणसामी ने कहा कि जैसे ही मोदी -शाह की जोड़ी को लगा कि अब सरकार को गिराया जा सकता है ,आनन फानन में किरन बेदी को उप राज्यपाल के पद से हटाने का फ़ैसला ले लिया गया ताकि षड्यंत्र का राज न खुलने पाये।
कांग्रेस के प्रभारी संजय दत्त ने लोकमत से बात करते हुये कहा कि किरन बेदी ने कभी सरकार को काम नहीं करने दिया तथा राज भवन को भाजपा कार्यालय में तब्दील कर कांग्रेस सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा जाता रहा। उनका यह भी आरोप था कि जिन विधायकों को तोड़ा गया उनके खिलाफ आयकर के मामले लंबित थे ,इन मामलों में फँसाने की धमकी दे कर तोड़ा गया ,कुछ को ईडी ,कुछ को इन्कमटैक्स का सहारा लेकर डराया जाता रहा।
संजय दत्त ने खुलासा किया कि भाजपा राहुल गाँधी के पांडुचेरी दौरे के दिन ही सरकार गिरना चाहती थी लेकिन वह उस समय कामयाब नहीं हो सकी ,तब भाजपा ने उन तीन विधायकों की मदद ली जिनको किरन बेदी ने नामित किया था। इनको नामित करते समय राज्य की चुनी हुयी सरकार से कोई परामर्श नहीं किया गया क्योंकि तीनों ही संघ और भाजपा के कार्यकर्ता थे। उन्होंने कांग्रेस विधायकों के सामूहिक इस्तीफों से साफ़ इंकार किया है क्योंकि मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है।