राजस्थान में सियासी घमासानः जनता के बारे में सोचिए, पूर्व सीएम राजे बोलीं-कांग्रेस में आंतरिक कलह
By धीरेंद्र जैन | Published: July 18, 2020 08:16 PM2020-07-18T20:16:11+5:302020-07-18T20:16:11+5:30
प्रदेश सरकार के लिए जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए। जनता के बारे में सोचिए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि ऐसे में जब प्रदेश में कोरोना से 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 28 हजार कोरोना के मरीज हैं।
जयपुरः राजस्थान में पिछले 9 दिनों से जारी सियासी उठा-पटक पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहली बार ट्वीट के जरिये अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
प्रदेश सरकार के लिए जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए। जनता के बारे में सोचिए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि ऐसे में जब प्रदेश में कोरोना से 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 28 हजार कोरोना के मरीज हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध सभी सीमाएं लांघ रहे हैं। ऐसे में जब किसानों की फसलों पर टिड्डीदलों के हमले हो रहे हैं। प्रदेश की जनता बिजली की समस्याओं से जूझ रही है। ऐसे में सरकार भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर आरोप लगाने में लगी है। जनता के बारे में सोचिए।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने के लगातार आरोप लगे
उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने के लगातार आरोप लगे। एक ओर सचिन पायलट खेमे के लोगों ने उन पर ऐसे आरोप लगाये वहीं दूसरी ओर रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने भी गुरुवार को कहा था कि वे (वसुंधरा) गहलोत सरकार को बचा रही हैं।
भाजपा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर जारी फोन टैपिंग पर कहा कि क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग हुई, क्या सरकार ने खुद को बचाने के लिए गैर संवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल किया? इसकी जांच सीबीआई से कराई जाना चाहिए। गुरुवार रात सामने आए ऑडियो टे पके बाद कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार गिराने को लेकर बातचीत के आरोप लगाये थे।
#Rajasthan के राजनीतिक घटनाक्रम पर कुछ लोग बिना किसी तथ्यों के भ्रम फैलाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। मैं पिछले तीन दशक से पार्टी की एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा करती आई हूं और पार्टी एवं उसकी विचारधारा के साथ खड़ी हूं।@BJP4India@BJP4Rajasthan
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 18, 2020
भाजपा ने पलटवार करते हुए गहलोत सरकार पर सवालों का सिक्सर दागते हुए पूछा है
#Rajasthan के राजनीतिक घटनाक्रम पर कुछ लोग बिना किसी तथ्यों के भ्रम फैलाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। मैं पिछले तीन दशक से पार्टी की एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा करती आई हूं और पार्टी एवं उसकी विचारधारा के साथ खड़ी हूं।@BJP4India@BJP4Rajasthan
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 18, 2020पहला-क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग की गई?, दूसरा-यदि फोन टैपिंग की गई है तो क्या यह संवेदनशील मामला नहीं हैं?, तीसरा-क्या फोन टैपिंग के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (एसओपी) का पालन किया गया?, चैथा-क्या गहलोत सरकार ने स्वयं को बचाने के लिए यह ऑडियो टेप का बवाल खड़ा नहीं किया है?, पांचवा- क्या राजस्थान में किसी भी व्यक्ति का फोन टेप किया जा रहा है? और छठा और आखिरी सवाल - क्या अप्रयत्क्ष तौर पर राजस्थान में आपातकाल नहीं लगा है?
राजस्थान : कांग्रेस विधायकों की दिनचर्या और भाजपा के कटाक्ष
राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच अशोक गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायक यहां एक होटल में रुके हैं जहां उनका दिन योग करने से लेकर होटल के खानसामों से कुछ सीखने में बीतता है। भाजपा ने इस पर कटाक्ष करते हुए इसे 'गहलोत सरकार की स्पेशल बाड़ाबंदी' करार दिया है। उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत सरकार के लिए मौजूदा राजनीतिक संकट शुरू होने के बाद से ही गहलोत समर्थक विधायकों को दिल्ली मार्ग पर एक पंचतारा होटल में ठहराया गया है।
इन विधायकों की दैनिक गतिविधियों के फोटो व वीडियो यहां सोशल मीडिया पर दिख रहे हैं। कुछ विधायक कैरम खेल रहे हैं, कुछ फिल्म देख रहे हैं तो कुछ विशेषकर महिला विधायक होटल के खानसामे से कुछ नया सीख रही हैं। इस तरह की दो फोटो शेयर करते हुए राजस्थान भाजपा ने ट्वीट किया,‘‘कोरोना के संक्रमण-काल मे कांग्रेस विधायकों की दिनचर्या : "खेलो-नाचो-गाओ, इटली का खाना पकाओ-खाओ।’’ पार्टी ने लिखा,‘‘राजस्थान की जनता, कांग्रेस के इन विधायकों को कभी माफ नहीं करेगी।’’
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया,‘‘गहलोत सरकार की स्पेशल बाड़ाबंदी : खेलो-नाचो-गाओ, पकाओ-खाओ... मगर राजस्थान की बेहाल जनता के लिए काम करना मना है।’’ उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लिखा,‘‘कोरोना के इस कठिन समय में सरकार का होटल में कैद होना कहां तक न्यायोचित है ? क्या कांग्रेस को अपने ही मंत्रियों-विधायकों पर विश्वास नहीं है ?’’